RRB NTPC के रिजल्ट के बाद आंदोलनकारी छात्रों के आगे झुकी रेलवे! बात करने के लिए तैयार, लेवल वन एग्जाम स्थगित
RRB NTPC Students Protests: आंदोलनकारी छात्रों की मांग के मद्देनजर रेलवे ने एक कमेटी बनाने का फैसला लिया है. रेलवे का कहना है कि छात्र आंदोलन कर रेलवे का नुकसान ना करें.
पटनाः एनटीपीसी सीबीटी-1 की परीक्षा के रिजल्ट में धांधली का आरोप लगाकर बिहार में अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार जारी है. पटना, मुजफ्फरपुर, नालंदा समेत कई जिलों में हंगामा जारी है. इधर, इस बीच बड़ी खबर ये है कि लगातार आंदोलन और प्रदर्शन के बाद रेलवे बोर्ड बात करने के लिए तैयार हो गया है. आंदोलनकारी छात्रों की मांग के मद्देनजर रेलवे ने एक कमेटी बनाने का फैसला लिया है. साथ ही रेल मंत्रालय (Indian Railways) ने गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (RRB-NTPC) और रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की लेवल 1 की परीक्षाओं पर रोक लगा दी है.
वहीं छात्र 16 फरवरी तक अपनी शिकायत और कठिनाई भेज सकते हैं. 4 मार्च तक कमेटी अपनी सिफारिश दे देगी. छात्र अपनी शिकायत इस मेल पर भेज सकते हैं. rrbcommittee@railnet.gov.in बताया जा रहा कि इस कमेटी में आरआरबी एनटीपीस (RRB-NTPC) के सफल और असफल छात्रों के वॉलंटियर्स रहेंगे. समस्या का समाधान निकाला जाएगा. रेलवे का कहना है कि छात्र आंदोलन कर रेलवे का नुकसान ना करें इसके लिए सबके हित में यह कदम उठाया गया है.
कौन कौन हैं कमेटी में?
- दीपक पीटर, अध्यक्ष, प्रधान कार्यकारी निदेशक (औद्योगिक संबंध), रेलवे बोर्ड
- राजीव गांधी, सदस्य सचिव कार्यकारी निदेशक स्थापना (आरआरबी), रेलवे बोर्ड
- आदित्य कुमार, सदस्य मुख्य कार्मिक अधिकारी (प्रशासन), पश्चिम रेलवे
- जगदीश अलगर, सदस्य अध्यक्ष आरआरबी/चेन्नई
- मुकेश गुप्ता, सदस्य अध्यक्ष आरआरबी/भोपाल
जिंदगी भर नहीं दी जाएगी नौकरी
बता दें कि बीते मंगलवार को रेलवे की ओर से चेतावनी दी गई है. रेल मंत्रालय की ओर से जारी नोटिस में साफ कहा गया है कि हंगामा करने वाले अभ्यर्थियों को रेलवे के किसी पद पर जिंदगी भर नौकरी नहीं दी जाएगी. मंत्रालय द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है, "ऐसी जानकारी मिली है कि रेलवे में नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों द्वारा रेलवे ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन, ट्रेन संचालन में बाधा, रेलवे संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने जैसा काम किया गया है."
रेलवे ने दी है चेतावनी
मंत्रालय ने कहा, " इस तरह की गतिविधियां अनुशासनहीनता के परिचायक हैं, जो ऐसे उम्मीदवारों को रेलवे/सरकारी नौकरी के लिए अनुपयुक्त बनाती हैं. ऐसी गतिविधियों के वीडियो की विशेष एजेंसियों की मदद से जांच की जाएगी और गैरकानूनी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले उम्मीदवारों/उम्मीदवारों पर पुलिस कार्रवाई के साथ-साथ रेलवे की नौकरी प्राप्त करने से आजीवन प्रतिबंध भी लगाया जा सकता है."
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