बिहार: बिहार के बीजेपी नेताओं को मिला नया टास्क,पार्टी का निर्देश, घर-घर जाकर दीजिए इस काम को दें अंजाम
विधान मंडल दल की इस मीटिंग में विधायकों को आज बड़ी जिम्मेदारी और टास्क दिया गया. बीजेपी नेतृत्व ने सभी विधायकों को यह निर्देश दिया है कि आने वाले समय में बिहार में पंचायत चुनाव भी दलीय आधार पर होंगे, और इसके लिए अभी से हीं बूथ स्तर की कमेटी को पूरी तरह से दुरूस्त कर लें.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है और चुनाव में जीत हासिल करने वाली दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बन अब बीजेपी नेतृत्व नए सिरे से तैयारी में जुट गई है. इसका नजारा दिखा बीजेपी प्रदेश कार्यालय में जहां आज विधानमंडल दल के नेताओं की बैठक हुई.इस बैठक में बिहार बीजेपी के तमाम बड़े नेता शामिल थे.हालांकि इस बैठक में पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार बीजेपी के दो बड़े चेहरों भूपेन्द्र यादव और बीएल संतोष को आज की मिटिंग में शामिल होना था पर अचानक उनका आना टल गया. विधान मंडल दल की इस मीटिंग में विधायकों को आज बड़ी जिम्मेदारी और टास्क दिया गया. बीजेपी नेतृत्व ने सभी विधायकों को यह निर्देश दिया है कि आने वाले समय में बिहार में पंचायत चुनाव भी दलीय आधार पर होंगे, और इसके लिए अभी से हीं बूथ स्तर की कमेटी को पूरी तरह से दुरूस्त कर लें साथ ही नेतृत्व ने यह भी कहा है कि राममंदिर निर्माण में अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने की पहल करें इसके लिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को चंदा भी जुटाना पड़ेगा.
हर घर से कार्यकरता करेंगें चंदा इकट्ठा
आज हुए विधानमंडल दल की बैठक में बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने कार्यकर्ताओं से अपील की कि कार्यकर्ता अधिकांश घरों तक पहुंचे और लोगों को राम मंदिर निर्माण से जोड़ें. मंदिर निर्माण के लिए पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर घुमकर चंदा इकट्टा करें. पार्टी के सूत्रों की से मिली जानकारी के अनुसार नेताओं ने आज की बैठक में यह भी कहा कि आप सभी धर्म और समाज के घर जाएं और राम मंदिर निर्माण के लिए दान देने को हर वर्ग को प्रेरित करें.कार्यकर्ता अल्पसंख्यकों के दरवाजे पर भी जायें और राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा देने का आग्रह करें. इसका असर कुछ ऐसा होगा कि हर कोई राम मंदिर निर्माण से जुड़ जाएगा.
पार्टी आयोजित करेगी धन्यवाद सभा
विधान मंडल दल की इस बैठक में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल,संगठन महामंत्री और सुशील मोदी ने सभी जीते हुए विधायकों को 3 दिसंबर से लेकर 23 दिसंबर तक विधान सभा स्तर पर धन्यवाद सभा करने का निर्देश दिया है, साथ ही जीते हुए विधायकों को उन विधान सभा क्षेत्रों को गोद लेने का भी निर्देश दिया गया है जहां बीजेपी के कैंडिडेट को हार मिली है.