पटना: जातीय जनगणना (Caste Based Census) कराने को लेकर जारी सियासत के बीच बुधवार को बीजेपी ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों का अपमान करने का आरोप लगाया है. वहीं, पार्टी ने उन्हें अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों से माफी मांगने को कहा है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरू प्रकाश पासवान (Guru Prakash Paswan) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, " तेजस्वी यादव जातीय जनगणना के संदर्भ में लगातार कह रहे हैं कि पशु-पक्षी, वृक्ष, पौधे और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की गणना होती आ रही है. क्या उनकी नजर में पशु, पक्षी और दलित जनजाति एक समान है?


जल्द माफी मांगे तेजस्वी यादव


पटना स्थित बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित पीसी के दौरान पार्टी प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने तेजस्वी यादव से आग्रह किया है कि वो अपने बयान पर पुनर्विचार करें और जल्द माफी मांगे. उनकी इस ओछी टिप्पणी से बिहार के 20 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समाज के लोगों के भावनाओं को ठेस पहुंचा है. 


उन्होंने कहा, " राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सांगठनिक सोच शुरू से गैरदलित रही है. चाहे बथानी टोला, सेनारी और बारा नरसंहार का विषय हो या 1990 रामसुंदर दास को मुख्यमंत्री बनने से रोकने का प्रयास हो. लगातार राष्ट्रीय जनता दल ने यह सुनिश्चित किया है कि हासिये के समाज को सम्मान और शासन-प्रशासन भागीदारी और प्रतिनिधित्व नहीं मिले. "


दलित समाज करेगा आंदोलन


बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, " समाजिक न्याय के नाम पर राजनीति करने वाले ऐसे राजनैतिक संगठनों ने सिर्फ और सिर्फ अपनी परिवार का कल्याण किया है. चार्टर हवाई जहाज में बैठकर अपने जन्मदिन का केक काटने वाले तेजस्वी यादव जब गरीब कल्याण की बात करते हैं, तो उनका पाखंड और स्पष्ट हो जाता है. इस सतही टिप्पणी के बाद अगर तेजस्वी यादव ने दलित समाज से माफी नहीं मांगी तो पूरे बिहार में दलित समाज अपने अस्मिता के अपमान का विरोध करने के लिए आंदोलन करने से भी नहीं हिचकेगा."


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