Bihar Leaders Reaction: बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर (Rajendra Vishwanath Arlekar) ने शनिवार को स्वतंत्रता की लड़ाई पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अंग्रेज सत्याग्रह की वजह से नहीं बल्कि हथियार देखकर भागे थे. ये बयान उन्होंने गोवा में पूर्व सांसदों और भारत की आजादी को लकेर ब्रिटिश पार्लियामेंट में हुई चर्चा का उल्लेख करते हुए दिया है. उन्होंने कहा कि देश का स्वतंत्रता आंदोलन किसी एक भाग में नहीं था. ये पूरे देश का स्वतंत्रता आंदोलन था. जब कई लोगों ने हथियार हाथ में उठाए तब जाकर ब्रिटिश को सोचना पड़ा कि यहां रहना है कि नहीं. राज्यपाल के इस बयान पर बिहार के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
राज्यपाल के बयान का बीजेपी ने किया समर्थन
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के बयान का जहां बीजेपी ने समर्थन किया है, वहीं आरजेडी और जेडीयू नेताओं ने इसे गलत बताया है. बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि राज्यपाल ने कुछ भी गलत नहीं बोला. सौ फीसदी सही बात राज्यपाल ने कही है. इस पर जेडीयू जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि हजारों लोगों ने देश को आजादी दिलाने में अपने प्राणों की आहुति दी. जंग लड़ी. सबने देखा कि किस तरह महात्मा गांधी ने अहिंसा का मार्ग अपनाया. कई बड़े आंदोलन हुए उसके बाद अंग्रेज देश छोड़ने पर मजबूर हो गए. 'दे दी हमें आजादी बिना खड्क बिना ढाल, साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल'. हम सभी महात्माओं को सादर नमन करते हैं. सभी से आग्रह है इसको राजनैतिक मुद्दा ना बनाएं.
आरजेडी प्रवक्ता ने बीजेपी पर साधा निशाना
वहीं आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि महामहिम राज्यपाल ने किस संदर्भ में बयान दिया? उनके कहने का तात्पर्य क्या है? यह मुझे नहीं पता लेकिन बीजेपी हथियार के नाम पर बहुत खुश हो जाती है. तेजस्वी ने बीजेपी को आईना दिखाया. कलम बांटने की बात करते हैं. बीजेपी तो तलवार बांटने का काम करती है. राज्यपाल के कहने का मतलब कुछ और रहा होगा. बीजेपी उसका कुछ और अर्थ निकाल रही है. मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि यह गांधी का देश है. यह देश भाईचारा शांति सद्भाव अमन चाहता है.