Bihar Politics: लालू यादव सीएम नीतीश से दही चूड़ा पर मिलें या लिट्टी चोखा पर, अब सत्ता सुख नसीब में नहीं- BJP नेता
Mithilesh Tiwari: मिथिलेश तिवारी ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी के उपमुख्यमंत्री के दौरान गुंडों का राज था. मंत्रालय तेजस्वी चलाते थे और टैक्स पिता वसूलते थे.
BJP Leader Mithilesh Tiwari: बिहार के चुनावी साल में राजनीतिक बयानबाजियों का दौर जारी है. इसी क्रम में बीजेपी नेता मिथिलेश तिवारी ने भी आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और लालू यादव पर जोरदार हमला बोला. तेजस्वी के हालिया बयान और उनके सत्ता के कार्यकाल पर गंभीर सवाल उठाते हुए बीजेपी नेता ने सोमवार को तीखा हमला किया. तिवारी ने कहा कि तेजस्वी यादव की 'यात्रा’ दरअसल उनकी खुद की ‘दुर्गति यात्रा’ साबित होने वाली है.
मिथिलेश तिवारी का लालू तेजस्वी पर तंज
मिथिलेश तिवारी ने तेजस्वी यादव और लालू यादव पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी के उपमुख्यमंत्री के दौरान गुंडों का राज था. मंत्रालय तेजस्वी चलाते थे और टैक्स पिता वसूलते थे. उन्होंने कहा कि लालू नीतीश दही चूड़ा या लिट्टी चोखा पर मिले तो भी अब सत्ता सुख नसीब में नहीं होगा. बीजेपी नेता ने राज्य और केंद्र सरकारों की योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विकास की दिशा में योगदान बिहार के लिए अभूतपूर्व है. उन्होंने चूड़ा-दही की मिसाल देते हुए कहा कि बिहार में विकास का असली मक्सद अब नीतीश और मोदी के नेतृत्व में ही पूरा हो रहा है.
मिथिलेश तिवारी ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में जब भी राष्ट्रीय जनता दल की सरकार रही, तब उनके लोगों ने गरीबों और आम लोगों का मां बहन एक कर देते हैं. उनके साथ बुरा व्यवहार करते हैं। उनके साथ ऐसा व्यवहार करते थे कि लोग उनके नाम से थर्रा जाते थे. तिवारी ने यह भी आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव और उनके पिता लालू यादव की सरकार में बिहार में गुंडों का राज था, जो अब जनता सहन नहीं करेगी. उन्होंने यह दावा किया कि तेजस्वी यादव के समय में बिहार में मंत्रालय गुंडे चलाते थे और उनके पिता टैक्स वसूलते थे.
इसके अलावा, मिथिलेश तिवारी ने तेजस्वी की ‘माई-बहिन मान योजना’ और राहुल गांधी की ‘उड़ान योजना’ पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी को याद रखना चाहिए कि जब वह उपमुख्यमंत्री थे, तब उनकी सरकार में बिहार की स्थिति बहुत खराब थी और बिहार के लोग आज भी उस समय को याद करते हैं. वहीं, बक्सर में स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर हमला करते हुए मिथिलेश तिवारी ने कहा कि वे अभी तक कोई ठोस कार्य नहीं कर पाए हैं. उदाहरण के तौर पर, बक्सर में सीताराम विवाह महोत्सव को सरकारी समर्थन नहीं मिल पाया है.
चौसा के पावर प्लांट की समस्या होगी दूर
मिथिलेश तिवारी ने 257 करोड़ की योजना को लेकर चिट्ठी की मांग पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उन्होंने पहले ही चिट्ठी दिखाई है, और अब वह विपक्षी नेताओं से आग्रह करेंगे कि वे भी कुछ चिट्ठियां जारी करें. तिवारी ने यह भी कहा कि उन्होंने चौसा के पावर प्लांट की समस्या को लेकर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से बातचीत की और उसकी समीक्षा कर समस्या का हल निकाला, जिसे अब लागू किया जाएगा.
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