पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में जनसंख्या नियंत्रण पर टिप्पणी की थी. उनकी यह टिप्पणी काफी चर्चा में रही. बीजेपी ने उसे मुद्दा बनाया और पार्टी की महिला नेताओं ने उनके बयान को महिलाओं का अपमान बताया था. इसी मुद्दे पर बिहार बीजेपी के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय जायसवाल (Sanjay Jaiswal) ने एक बार फिर से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर तंज कसा है. शुक्रवार (24 नवंबर) को उन्होंने मीडिया से कहा कि मैं भी पेशे से डॉक्टर हूं. जिस तरह नीतीश कुमार को रात में सपना देखने और उस बात को दिन में बोलने की बीमारी है, उसका कोई इलाज नहीं है. नीतीश कुमार हाथी के दांत हैं.


'फाइनेंस कमीशन का फैसला बदल सकते थे एनके सिंह'


संजय जायसवाल ने नीतीश कुमार के विशेष राज्य के दर्जा वाले बयान पर कहा, 'एनके सिंह जेडीयू के सांसद थे. 14वीं फाइनेंस कमीशन के चेयरमैन भी थे. क्यों नहीं एनके सिंह ने कमीशन के निर्णय को बदला? वह चाहते तो जो उसे वक्त हो गया था कि विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया जा सकता है. वह उसको वह बदल सकते थे. उन्होंने क्यों नहीं बदला. नीतीश कुमार जी हाथी के दांत हैं. खाने के कुछ और हैं और दिखाने के कुछ और हैं.


'आरक्षण के फैसले पर सरकार के साथ हैं'


संजय जायसवाल ने कहा, 'एनके सिंह की हिम्मत नहीं थी कि नीतीश कुमार अगर चाहते तो उनकी बात को वह टाल देते, क्योंकि नीतीश कुमार की पैरवी से ही वह 14वीं फाइनेंस कमीशन के चेयरमैन बने थे. उसके बाद भी एनके सिंह ने उस निर्णय को नहीं बदला तो यह साफ है कि नीतीश कुमार का यह शिगूफा है. जमीन पर कुछ नहीं है.'


वहीं बिहार में आरक्षण का दायरा बढ़ाने के नीतीश सरकार के फैसले को संजय जायसवाल सही बताया. जायसवाल ने कहा, 'यह बहुत अच्छा फैसला है. हम इसका पूरी तरह समर्थन करते हैं. संविधान में पहले से 50% का आरक्षण है. सरकार ने जो किया है तो हम उसका समर्थन करते हैं.'


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