बिहार BJP के नेताओं ने पेगासस मामले पर साधी चुप्पी, कहा- केंद्र के मसलों पर टिप्पणी करना सही नहीं
सीएम नीतीश ने कहा था कि टेलीफोन टैपिंग की बात कई दिनों से सामने आ रही है. इसकी जरूर जांच हो जानी चाहिए. ये बात मैं पहले भी बोल चुका हूं. आज कल कौन क्या कर लेगा कहना कहना मुश्किल है.
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा पेगासस मामले की जांच करने की मांग किए जाने के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है. मुख्यमंत्री के बयान का जहां विपक्ष ने स्वागत किया है. वहीं, बिहार बीजेपी के नेताओं ने पूरे मामले पर चुप्पी साध ली है. वो पूरे मामले पर कुछ भी प्रतिक्रिया देने को तैयार नहीं हैं. मंगलवार को जब बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मुख्यमंत्री के बयान और पेगासस जासूसी मामले के संबंध में पूछा गया, तो उन्होंने सवाल को टालते हुए केवल इतना कहा ये मामला केंद्र सरकार से जुड़ा हुआ है. इस पर टिप्पणी करना सही नहीं है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कही ये बात
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा, " ये जो भी विषय है, वो केंद्र सरकार से जुड़ा विषय है. केंद्र की सरकार ऐसे विषयों पर सम्यक विचारोपरांत कोई बात करती है. केंद्र की सरकार के संज्ञान में सारा विषय है. सरकार उसके अनुसार एक्ट कर रही है. मैं तो राज्य सरकार का मंत्री हूं, मेरा जो कार्य क्षेत्र है, मैं उतने ही दूर तक बात करता हूं. केंद्र के समक्ष ये विषय है और इस संबंध में विभागीय मंत्री ने बातों को स्पष्ट किया है."
उपमुख्यमंत्री बचते आए नजर
इधर, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा, " पेगासस मामला केंद्र से जुड़ा विषय है और केंद्र सरकार इसे देख रही है. इसपर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा." क्या मामले में मुख्यमंत्री विपक्ष को सपोर्ट कर रहे के सवाल पर उन्होंने कहा, " इसपर केंद्र सरकार जवाब दे, चूंकि यह वहां का मामला है और हमारी स्थिति वही है."
मालूम हो कि कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी पेगासस जासूसी मामले की जांच मांग उठाई थी. जनता दरबार खत्म होने के बाद मीडिया से मुखातिब हुए सीएम नीतीश ने कहा था कि टेलीफोन टैपिंग की बात कई दिनों से सामने आ रही है. इसकी जरूर जांच हो जानी चाहिए. ये बात मैं पहले भी बोल चुका हूं. आज कल कौन क्या कर लेगा कहना कहना मुश्किल है. इसलिए मेरे हिसाब से इस मामले में एक-एक चीजों को देख कर , उचित कदम उठाना चाहिए.
डिस्टर्ब करना अच्छी बात नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा था, " क्या हुआ है और क्या नहीं इस पर पार्लियामेंट में लोग बातचीत कर रहे हैं. समाचार पत्रों में जो आ रहा है, उसी को हम लोग देखते हैं. लेकिन इस मामले की पूरी तरह से जांच होनी चाहिए कि कौन किसके फोन को पूरी तरह से सुन रहे हैं. ताकि जो भी सच्चाई हो वो सामने आ जाए. कभी भी किसी को डिस्टर्ब करने के लिए कोई इस तरह का काम करता है, तो ये नहीं होना चाहिए."
नीतीश कुमार ने कहा था, " ये पूरा मामला क्या है इस बात की हमें पूरे तौर पर जानकारी नहीं है. जो बात सामने आ रही है, वो ही हमलोग पढ़ और देख रहे हैं. लेकिन मेरे हिसाब से अगर ऐसा हुआ है तो गलत है. केंद्र सरकार अगर नकार रही है, तो उसे पूरे मामले को सामने रखना चाहिए."
यह भी पढ़ें -
बिहार: पार्टी का झंडा लेकर मंदिर पहुंचे RJD विधायक, पूजा के दौरान तेजस्वी-तेज प्रताप के लगवाए जयकारे
Bihar Crime: जमीन विवाद में अपराधियों ने शख्स को मारी गोली, गंभीर हालत में भागलपुर रेफर