NEET Exam Paper Leak: देशभर में नीट एग्जाम पेपर लीक मामले को लेकर बवाल मचा है. मेडिकल छात्र एनटीए पर सवाल उठा रहे हैं. छात्रों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ग्रेस मार्क्स वाले 1563 अभ्यार्थियों के एग्जाम दोबारा कराने के लिए कहा है, लेकिन बिहार पुलिस की जांच में जो जले हुए पेपर मिले हैं, उस पर एनटीए अब तक खामोश क्यों है? इस पूरे मामले पर बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार (16 जून) को अपनी प्रतिक्रिया दी है. दोनों नेताओं का कहना है कि केंद्रीय शिक्षा विभाग पूरे मामले को गंभीरता से देख रहा है.
मामले पर क्या बोले गिरिराज सिंह?
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने बयान में कहा है कि शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने छात्रों और अभिभावकों के साथ सौहार्दपूर्ण बातचीत की है. लगभग 1,563 उम्मीदवारों की इच्छा के अनुसार निर्णय लिया गया है, मुझे उम्मीद है कि धर्मेंद्र प्रधान इस मामले पर बहुत गंभीरता से काम करेंगे.
वहीं बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि कांग्रेस बयानबाजी करके लोगों को भड़काने की कोशिश कर रही है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सब कुछ स्पष्ट कर दिया है. नीट परीक्षा में बैठने वालों के अधिकारों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है और हमारी सरकार ऐसा कर रही है.
क्या है पूरा मामला?
आपको बता दें कि पूरे देश में नीट की परीक्षा 5 मई को हुई थी. उससे पहले ही रांची से केंद्रीय एजेंसियों के जरिए पटना पुलिस को सूचना मिली थी कि नीट परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक कराने की कोशिश की जा रही है. कथित पेपर लीक मामले की जांच शुरू हुई तो कुछ पेपर जले हुए भी मिले, जिसकी सूचना ईओयू ने एनटीए को दे दी है, लेकिन एनटीए की ओर से अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से छात्रों में आक्रोश है.
इस मामले में बिहार पुलिस ने 13 आरोपियों को पकड़ कर जेल भेजा है. इन आरोपियों ने पेपर लीक मामले में कई राज उगले हैं. पहले इस मामले की जांच पटना पुलिस कर रही थी अब मामले को ईओयू के हवाले कर दिया गया है, ईओयू इसकी जांच बारिकी से कर रही है. जिसमें कई तथ्य सामने आए हैं, हालांकि ईओयू का कहना है कि एनटीए की ओर से उन्हें सहयोग नहीं मिल रहा है.
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