पटना: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) में गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताई है. उन्होंने शुक्रवार को गुरुग्राम में पत्रकारों से बातचीत के दौरान खुले में नमाज पढ़ने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था, " यहां ये हम बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे. लेकिन हम सौहार्दपूर्ण समाधान निकालेंगे." उनके इस बयान पर विवाद जारी है. इसी विवाद के बीच बिहार में भी खुले में नमाज अदा करने की प्रथा पर रोक लगाने की मांग उठने लगी है. बीजेपी (BJP) विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल (Hari bhushan Thakur Bachol) ने शनिवार को सीएम नीतीश (Nitish Kumar) से मांग करते हुए कहा कि सरकार यहां भी अविलंब खुले में नमाज पर रोक लगाए.
बीजेपी विधायक ने कहा, " बिहार में अगर खुले में नमाज होता है, तो उस पर प्रतिबंध लगे, जिस तरह हरियाणा में लगाया गया है. हम निश्चित रूप से इस ओर पहल करेंगे. शुक्रवार को बेवजह सड़क को जाम कर देना, सड़क पर आकर नमाज पढ़ना गलत है. अगर हमारी आस्था है तो हम घर में पढ़ें, मस्जिद में पढ़ें. मस्जिद काहे है? खट्टर इस काम के लिए धन्यवाद के पात्र हैं."
भारत को संभलने की जरूरत
ऐसा करने से सोहार्द बिगड़ेगा के सवाल पर उन्होंने कहा कि अब अगर ऐसा नहीं किया तो सोहार्द बिगड़ेगा. 75 साल पहले धर्म के नाम पर भारत का विभाजन हुआ. लेकिन मुद्दा आज भी वहीं के वहीं है. अगर हम अब नहीं संभले तो आने वाली संततियां माफ नहीं करेंगी. क्या नीतीश कुमार ये बात मानेंगे पर उन्होंने कहा कि अब नीतीश कुमार क्या करेंगे ये वो ही जानें. लेकिन दुनिया ये काम कर रही है.
उन्होंने कहा, " इस्लाम धर्मावलंबी अपनी संख्या बढ़ाने में लगे हुए हैं. सीडीएस के शहीद होने पर भी लोग टिप्पणी कर रहे हैं. हमारे बिहार में ही लोगों ने विधानसभा में वंदे मातरम गाने से इनकार कर दिया. इन सब से लोगों को सीखना चाहिए और आने वाले खतरे को भांपना चाहिए. बहुत लोग ऐसे हैं जो खाते भारत का हैं, लेकिन गाते कहीं और का है. ये कौन सी मानसिकता है. इसको नहीं रोका गया तो आगे चलकर बहुत हानि होगी भारत की."
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