पटना: सोमवार (20 मार्च) को बीजेपी विधायक श्रेयसी सिंह (Shreyasi Singh) विधानसभा में बोलते-बोलते भावुक हो गईं. श्रेयसी सिंह ने कहा कि ऐसा लगता है कि बिहार में जो विकास की लहर बह रही थी वह अचानक रुक गई है. ऐसा लगता है कि लकवा मार गया है. आज राज्य सरकार की उपलब्धि का अगर हम आकलन करेंगे तो पता चलता है कि राज्य सरकार के पास बस यही बच गया है कि वह केंद्र सरकार से बनाए जा रहे नेशनल हाईवे को दिखा रही है.


श्रेयसी सिंह ने सदन में अपनी बात रखी और इस दौरान वे भावुक हो गईं. कहा कि 2021 की बात है. डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव उस वक्त नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में थे. हमलोग सत्ता पक्ष में थे. उस समय उन्होंने (तेजस्वी यादव) हमसे पूछा था कि बिहार में जो खेल की स्थिति है और खेल का इंफ्रास्ट्रक्चर है उसके बारे में क्या सोचती हैं? उस वक्त सत्ता पक्ष में होते हुए हम मजबूती से जवाब नहीं दे पाए थे लेकिन आज जरूर कहना चाहेंगे कि उसी दिन स्पोर्ट्स विश्वविद्यालय का और इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का विधेयक पास हुआ था. 


'आज तक नहीं जोड़ी गई एक भी ईंट'


बीजेपी विधायक ने आगे कहा कि यह 740 करोड़ से 90 एकड़ में यह विश्वविद्यालय बनने जा रहा था. उस दिन उम्मीद की एक किरण जगी थी सभी खिलाड़ियों के लिए कि शायद बिहार के बच्चे बिहार में खेल पाएंगे और आगे बढ़ पाएंगे लेकिन शिलान्यास के बाद आज तक एक भी ईंट नहीं जोड़ी गई है. ये काम कब पूरा होगा? क्या यह बिहार का सपना अधूरा रह जाएगा? यह बात कहते-कहते श्रेयसी सिंह की आंखों में आंसू छलक रहे थे.


श्रेयसी ने कहा कि 15 साल का उनका करियर रहा है. बिहार के लिए और भारत के लिए वह निशानेबाजी करती हैं लेकिन आज तक बिहार की सरकार ने एक भी शूटिंग रेंज का निर्माण नहीं किया. बिहार की एक बेटी आज विधानसभा में खड़े होकर कह रही है जिसको राष्ट्रपति ने 2018 में पुरस्कार दिया था और सम्मानित किया था. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जो खेल में रुचि रखते हैं वह जवाब दें.


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