सीतामढ़ी: केंद्र और राज्य सरकार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर गंभीर है. सरकार ने यह आदेश जारी किया है कि बिना मास्क के घरों से नहीं निकलना है. यह सरकारी आदेश आम से लेकर खास सभी पर लागू है. लेकिन सीतामढ़ी विधायक मिथिलेश कुमार शायद अपनी ही सरकार के इस गाइडलाइन को मानते हैं. तभी तो बिना मास्क के सफर करते हैं.
उन्हें इस बात की भी परवाह नहीं है कि वे एक जनप्रतिनिधि हैं और उनको न जाने कितने लोग फॉलो करते होंगे. सभी बातों से लापरवाह वो बिना मास्क लगाए सफर करते हैं. वहीं, जब जांच के लिए पुलिस उन्हें रोकती है तो उन्हें अनोखा 'ज्ञान' देते हैं. बीजेपी विधायक का मानना है कि रोड पर मास्क की जांच नहीं की जानी चाहिए, इससे जाम की समस्या उत्पन्न होती है.
अधिकारियों को देने लगे नसीहत
दरअसल, डीएम के निर्देश पर बुधवार की शाम सदर एसडीओ राकेश कुमार और सदर डीएसपी रमाकांत उपाध्याय की नेतृत्व में डुमरा बीडीओ और नगर थाना के पुलिस अधिकारी शहर के बाबू वीर कुंवर सिंह चौक पर मास्क औए वाहन की चेकिंग अभियान चला रहे थे. इसी बीच नगर विधायक अपने वाहन से उधर से गुजर रहे थे. पुलिस ने उनके वाहन को रोकने का इशारा किया.
यह विधायक को नागवार गुजरा. पुलिस की ये हरकत उन्हें अपमानजनक लगी. ऐसे में जबतक अधिकारी उनसे कुछ कहते, इससे पहले ही विधायक जी ही वाहन से तमतमाये उतरे और अधिकारियों को भला-बुरा कहने लगे. उन्होंने यहां तक कह डाला, " इस तरह की जांच से ही शहर में जाम की समस्या उत्पन्न होती है. पहले जाम हटाइये, फिर मास्क चेक कीजिए." खास बात यह कि उस दौरान खुद विधायक जी बिना मास्क के थे.
मीडिया को तस्वीर लेने से रोका
इस पूरी घटना के दौरान मीडिया कर्मी भी वहां मौजूद थे. ऐसे में एक मीडिया कर्मी ने उनके उक्त कारनामे की तस्वीर ले ली. यह देख वे गुस्सा गए और धमकी भरे अंदाज में कैमरा बंद करने की बात कही. लेकिन तब तक उनका कारनामा कैमरे में कैद हो चुका था. अब विधायक जी के अनोखे ज्ञान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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