पटना : बिहार चुनाव में एनडीए की जीत के बाद बीजेपी ने बिहार बीजेपी के नेतृत्व के साथ संगठन में भी बड़े बड़े बदलाव की तैयारी अब शुरू कर दी है. पार्टी ने इस बदलाव की कवायद शुरु करते हुए तीन युवा नेताओं को इस बदलाव की जिम्मेदारी दी है. यह तीनों नेता आज पटना पहुंच रहे हैं और आज से विधिवत अपनी जिम्मेदारियों को संभाल लेंगे, साथ हीं संगठन को नए सिरे से संभालने में भी इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी.
बिहार चुनाव के दौरान भूपेंद्र यादव की मदद में सक्रिय रहे ये युवा प्रभारी
बिहार विधानसभा चुनाव में इन युवाओं की प्रतिभा आजमा चुकी बीजेपी की केन्द्र नेतृत्व ने इन पर भरोसा किया है. बिहार चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 12 रैलियों के प्रबंधन में उत्तर प्रदेश के सांसद हरीश द्विवेदी की अहम भूमिका रही थी.अब पुरस्कार स्वरूप उन्हें बिहार में बीजेपी सह प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है. दूसरे सह प्रभारी होंगें अनुपम हजारा, जो पश्चिम बंगाल के निवासी हैं. हजारा कभी पश्चिम बंगाल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खासमखास हुआ करते थे. यह बेलापुर से तृणमूल कांग्रेस के सांसद भी रह चुके हैं, पिछले चुनाव में जादवपुर से भाजपा के टिकट पर चुनाव हार गए थे. ये दोनों युवा पार्टी में बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव के मार्गदर्शन में निर्धारित दायित्वों का निर्वहन करेंगे. बताते चलें कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भूपेंद्र यादव की रणनीति ने भाजपा को अपार सफलता दिलाई है. बिहार बीजेपी को मिलने वाले तीसरे युवा रणनीतिकार होंगें रत्नाकर, जिन्हें पार्टी ने संगठन महामंत्री का दायित्व दिया है.जानकारों की माने तो बीजेपी लोकसभा में अगले चुनाव के लिए अभी से हीं ब्लू प्रिंट तैयार करने में जुट गई है और इसके लिए युवा रणनीतिकारों की अहम भूम्का मान पार्टी अभी से हीं एक्शन मोड में आने लगी है.