बिहार में शिक्षा विभाग की तैयारी देखिए, आज से 11वीं की परीक्षा और कबाड़ में फेंके मिले प्रश्न पत्र
Bihar Board 9th and 11th Exam: मोतिहारी के एमजेके इंटर कॉलेज परिसर में जिले के अलग-अलग विद्यालयों के शिक्षक प्रश्न पत्र खोजते रहे. यही हाल छपरा, बेगूसराय और मधुबनी में भी देखने को मिला.
मोतिहारी: बिहार बोर्ड (Bihar Board) की ओर से 9वीं और 11वीं की परीक्षा ली जानी है. आज बुधवार (13 मार्च) से 11वीं की परीक्षा शुरू हो रही है. वहीं 9वीं की परीक्षा 16 मार्च से शुरू होगी. इस परीक्षा से पहले बिहार का शिक्षा विभाग कितना तैयारी है उसकी तस्वीर सामने आई है. सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हो रहा है. यह तस्वीरें आपको हैरान कर देंगी. परीक्षा से पहले कबाड़ी की तरह प्रश्न पत्र फेंके हुए मिले. मोतिहारी, छपरा, बेगूसराय, मधुबनी समेत कई जिलों से ऐसी तस्वीरें सामने आईं हैं.
तीन-चार दिनों से लेकर बीते मंगलवार तक संबंधित स्कूल के अधिकृत शिक्षक अपने विद्यालय के प्रश्न पत्र का बंडल कबाड़ में खोजते नजर आए. मोतिहारी के एमजेके इंटर कॉलेज की तस्वीर देखकर आप कहेंगे कि ऐसा लग रहा है कि शिक्षा विभाग ने ढूंढो तो जानें का प्रतियोगिता करा रहा है.
देखिए मधुबनी ज़िला का हाल - कल से 11वीं का एग्जाम स्टार्ट है और इस प्रकार से शिक्षकों को अपने विद्यालय के लिए प्रश्न पत्र खोज के ले जाना है ।
— बिहार शिक्षक मंच (@btetctet) March 12, 2024
शिक्षा विभाग के मंत्री महोदय @VijayKChy जी , अपर मुख्य सचिव महोदय , @bsebofficial और सभी ज़िलों के डीईओ से प्रश्न है कि क्या यह सही… pic.twitter.com/BNTzKKjr76
कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं
मोतिहारी के एमजेके इंटर कॉलेज परिसर में जिले के अलग-अलग विद्यालयों के शिक्षक प्रश्न पत्र खोजते रहे. यहीं पर भंडारण किया गया था. यहीं से बाकी स्कूलों को भेजा जाना था. भंडारण की जिम्मेदारी एमजेके इंटर कॉलेज की थी. शिक्षक प्रश्न पत्र के बंडल पर लिखे स्कूल कोड के अनुसार खोजते नजर आए. हजारों बंडल के बीच किसी को मिला तो किसी को मिला भी नहीं. इस पर कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
वहीं दूसरी ओर मधुबनी, बेगूसराय और छपरा से भी इस तरह की तस्वीरें देखने को मिली हैं. शिक्षा मंत्री के साथ-साथ विभाग से जुड़े हर अधिकारियों पर इस तरह की व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि छात्र और शिक्षक तैयार हैं लेकिन विभाग और अधिकारी ही पीछे हैं.
वहीं दूसरी ओर मोतिहारी के एक शिक्षक ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर बताया कि संवेदक बिना किसी भय के कागजी खानापूर्ति करते हैं. प्रश्न पत्र और उत्तर पुस्तिका की जांच हो जाए तो घटिया पेपर मिलेगा. वर्षों से यही होते आ रहा है.
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