जमुईः बिहार के जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के जंगल से व्यवसाई भाइयों के शव बरामद किए गए हैं, जिनका बीते 22 जून को अज्ञात बदमाशों ने अपहरण कर लिया था. लंबे समय से पुलिस और परिजन इनकी तलाश कर रहे थे और करीब 1 महीने बाद इन दोनों के शव क्षत-विक्षत स्थिति में जंगल में पड़े हुए मिले. शवों की हालत इतनी खराब हो गई कि परिजनों ने दोनों की शिनाख्त मास्क और बाइक के आधार पर की. 


क्या है पूरा मामला
 
झारखंड के गिरिडीह जिले के तिसरी गांव रहने वाले व्यवसाई अंशु वर्णलाल और चंदन वर्णलाल बीते 22 जून को बाइक से बिहार के जमुई जिले में काम से आए थे. वे खैरा थाना क्षेत्र के गरही डैम गए थे, इसी दौरान अज्ञात बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया. उनके परिजनों ने पुलिस में इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई थी. 


आदिवासियों ने दी जंगल में शव मिलने की जानकारी 

पुलिस के मुताबिक इन जंगलों के आसपास रहने वाले आदिवासी जब लकड़ी काटने जंगल की तरफ गए, तो उन्हें सड़क किनारे विक्षिप्त हालत में दो शव दिखाई दिए. इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों की शिनाख्त कराने की कोशिश की. जानकारी मिलने पर मृतकों के मामा मौके पर पहुंचे और सब की शिनाख्त की. फिलहाल पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच में जुट गई है.


पुलिस का ये है कहना 

जमुई के डीएसपी डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि 22 जून को गिरिडीह निवासी यह दोनों भाई जमुई आए थे जिसके बाद वापस घर नहीं लौटे. इनके परिजनों ने पुलिस में लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. बुधवार को जंगलों में दो शव मिले, जिनकी शिनाख्त कपड़े और बाइक के आधार पर की गई है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.


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