Bihar BPSC Protest Highlights: बीपीएससी अभ्यर्थियों ने रखी 5 मांगें, पप्पू यादव बोले- 'छात्रों के लिए हर द्वार जाएंगे', दिन भर कहां क्या हुआ?
Bihar BPSC Protest: पटना के गर्दनीबाग में बीपीएससी के अभ्यर्थी धरना दे रहे हैं. सोमवार को छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बिहार के मुख्य सचिव से मुलाकात की. उन्हें आश्वासन दिया गया है.
बीपीएससी अभ्यर्थियों ने अपनी पांच मांगों को मुख्य सचिव और गृह सचिव के सामने सोमवार को रखा. नीचे देखें पूरी लिस्ट.
- 70वीं बीपीएससी की पुन: परीक्षा
- परीक्षा में होने वाली अनियमितता की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच
- आत्महत्या करने वाले बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू यादव के परिजनों को कम से कम 10 लाख की आर्थिक सहायता
- जिन बच्चों पर आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं उसकी वापसी
- बच्चों पर लाठी चलवाने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई
सांसद पप्पू यादव ने कहा है कि वे छात्रों के साथ हैं. सोमवार की शाम उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा जी से BPSC परीक्षार्थियों के साथ मिला! हम लोगों की सर्वोपरि मांग है पूरी परीक्षा रद्द कर सबकी पुनः परीक्षा हो. छात्र साथियों ने सभी तथ्यों के साथ धांधली से मीणा जी को अवगत कराया. उन्होंने ठोस कारवाई का भरोसा दिया है! छात्रों हित में हर द्वार जाएंगे!"
लाठीचार्ज पर बिहार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का बड़ा बयान आया है. शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि बीपीएससी उचित निर्णय लेगा. एक सीमा होती है कि किस तरह से आप प्रदर्शन करें. सीनियर एसपी और पटना के डीएम इसको देख रहे हैं. जहां तक री-एग्जाम की मांग है बीपीएससी निर्णय लेगा. तेजस्वी यादव भी हमलावर हैं इस पर सुनील कुमार ने कहा कि हर आदमी को कहने का अधिकार है. प्रतिपक्ष के नेता हैं उनको अधिकार है.
चीफ सेक्रेटरी के कार्यालय से जारी बयान में इसकी जानकारी दी गई है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांग में क्या कुछ कहा है. छात्रों के डेलिगेशन ने इस मुलाकात में कहा है कि 70वीं बीपीएससी की पूरी प्रारंभिक परीक्षा रद्द हो. अनियमितता की उच्चस्तरीय जांच हो. अभ्यर्थियों के खिलाफ दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं. परीक्षार्थियों पर अत्यधिक बल प्रयोग करने में संलिप्त कर्मियों पर कार्रवाई हो. इसके साथ ही दिवंगत सोनू कुमार के परिवार को मुआवजे दिया जाए.
बीपीएससी अभ्यर्थियों के डेलिगेशन से मुलाकात के बाद अब मुख्य सचिव के कार्यालय से बयान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि सभी बिंदुओं पर गहराई से चर्चा करने के बाद प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया गया है कि उनके द्वारा समर्पित मांग-पत्र पर विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी. परीक्षार्थियों को यह भी सुझाव दिया गया है कि वे शांति बनाए रखें.
जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि बीपीएससी परीक्षा को लेकर छात्रों के एक छोटे से वर्ग को जिस तरह विपक्ष के नेताओं द्वारा उकसाया जा रहा है वह बेहद शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण है. चाहे प्रियंका गांधी वाड्रा हों या तेजस्वी यादव या प्रशांत किशोर. इन नेताओं को छात्रों के स्वर्णिम भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है. जनता दल यूनाइटेड कठोरतम शब्दों में विपक्ष के इस आचरण की निंदा करता है.
बीजेपी नेता और प्रवक्ता प्रभाकर मिश्रा ने कहा है कि बीपीएससी अभ्यर्थियों को मर्यादा और सीमा में रहकर प्रदर्शन करना चाहिए. मर्यादा का उल्लंघन करने पर तो पुलिस बल का प्रयोग करेगी ही. सरकार बार-बार प्रदर्शनकारियों से अपील कर रही है लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी जिद्द पर अड़े हैं. प्रदर्शनकारियों के गुट को विपक्षी दल की हवा मिल रही है. प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों में असामाजिक तत्वों की घुसपैठ हो गई है. प्रदर्शनकारियों को समझना चाहिए कि धरना-प्रदर्शन से कुछ नहीं मिलने वाला है. इसको छोड़कर अगर पढ़ाई में लगें तो उन्हें फायदा होगा.
पटना में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फूंका गया. 70वीं बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर AISF, RYA और AISA ने बिहार के अलग-अलग जिलों में सोमवार को प्रदर्शन किया. इस क्रम में पटना के इनकम टैक्स गोलंबर पर ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन ने नीतीश कुमार का पुतला जलाया. इस दौरान नारेबाजी करते हुए री-एग्जाम की मांग की गई. वहीं पटना डीएम द्वारा बीते दिनों एक छात्र को थप्पड़ मारा गया था इसको लेकर डीएम पर कार्रवाई की भी मांग की गई.
बीपीएससी के अभ्यर्थियों पर रविवार को पटना में हुए लाठीचार्ज को लेकर बिहार के अलग-अलग जिलों में सोमवार को प्रदर्शन देखने को मिला. बक्सर में भी छात्र सड़क पर उतरे. बक्सर शहर में सड़कों पर AISA और RYA की ओर से प्रदर्शन करते हुए बिहार सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई. मृत बीपीएससी अभ्यर्थी सोनू कुमार के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की.
बीपीएससी अभ्यर्थियों पर पटना में हुए लाठीचार्ज और वाटर कैनन के इस्तेमाल के विरोध में सुपौल के त्रिवेणीगंज में सोमवार को AISA के बैनर तले छात्रों ने प्रदर्शन किया. त्रिवेणीगंज बाजार स्थित चिलौनी पुल के पास एनएच-327ई जदिया-त्रिवेणीगंज सड़क मार्ग को जाम कर दिया. प्रदर्शन के दौरान सरकार से री-एग्जाम की मांग की.
छात्रों के डेलिगेशन और मुख्य सचिव की मुलाकात खत्म हो गई है. मुलाकात के बाद छात्रों ने कहा कि मुख्य सचिव ने उन लोगों की बातों को बहुत आराम से सुना और समझा है. उन्होंने (मुख्य सचिव) यह भी कहा कि हम लोग चीजों को समझ रहे हैं. छात्रों ने कहा कि अभी तो बातचीत हुई है. अब फैसला उनके हाथ में है. वो जो फैसला लेते हैं उसके बाद आगे हम लोग तय करेंगे. हम लोग अभी आंदोलन में बैठे रहेंगे.
बीपीएससी अभ्यर्थियों का डेलिगेशन मुख्य सचिवालय पहुंचा है. करीब 10 लोगों की टीम है. ये लोग मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात कर रहे हैं. मुख्य सचिव के सामने अभ्यर्थी अपनी बात रख रहे हैं. मुलाकात के बाद देखना होगा कि क्या कुछ आश्वासन छात्रों को मुख्य सचिव की ओर से दिया जाता है.
अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बीच बीपीएससी के चेयरमैन परमार रवि मनुभाई को बुलाकर राज्यपाल ने बातचीत की है. कुछ देर चली यह मीटिंग अब खत्म हो गई है. मुलाकात के बाद बीपीएससी के चेयरमैन राजभवन से निकले लेकिन उन्होंने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. कहा जा रहा है कि उन्होंने इस पूरे मामले पर राज्यपाल को परीक्षा से जुड़ी पूरी जानकारी दी है. सवाल अभी भी बना है कि क्या पूरी परीक्षा रद्द होगी?
पटना में बीपीएससी के अभ्यर्थियों पर रविवार को हुए लाठीचार्ज पर आरजेडी सांसद मनोज झा ने प्रतिक्रिया दी है. मनोज झा ने कहा, "जिस तरह से ठंड के मौसम में कार्रवाई हुई इसने इमरजेंसी से भी बुरे दौर की याद दिला दी. मैं समझता हूं सरकार और बीपीएससी अभी भी चूक रही है."
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने पटना में बीपीएससी के अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज को शर्मनाक बताया है. उन्होंने सोमवार (30 दिसंबर) को एक्स पर लिखा, "BPSC अभ्यर्थियों पर बिहार की NDA सरकार द्वारा बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज व अमानवीय अत्याचार पेपर लीक और धांधली को छिपाने के लिए किया गया है. युवाओं पर तानाशाही का डंडा चलाकर उनके मनोबल को तोड़ने का प्रयास बेहद शर्मनाक व निंदनीय है. भाजपा वालों ने पूरे देश में पेपर लीक माफिया का जाल बिछा रखा है, जिससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है. पिछले 7 सालों में 70 से अधिक पेपर लीक हुए हैं. BPSC परीक्षा में 3.28 लाख युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है. जब धांधली पकड़ी जाती हैं तो भाजपा निर्लज्जता से इनकार करती है या युवाओं पर लाठियां बरसाकर उनका मुंह बंद करवाना चाहती है."
सांसद पप्पू यादव ने कहा कि राज्यपाल ने बीपीएससी के चेयरमैन से बात की है. उन्होंने उन्हें बात करने के लिए बुलाया है. राज्यपाल ने कहा कि वे डीएम-एसपी को भी बुलाएंगे कि किस आधार पर उन्होंने लाठी चलाई.
बीपीएससी के मुद्दे को लेकर सांसद पप्पू यादव ने बिहार के राज्यपाल से मुलाकात की है. राज्यपाल से बात करने के बाद निकले पप्पू यादव ने बड़ी बात कही. यह अभ्यर्थियों के लिए राहत वाली बात है. पप्पू यादव ने कहा कि राज्यपाल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि पूरे मामले पर वे मुख्यमंत्री से बातचीत करेंगे.
बैकग्राउंड
Bihar BPSC Protest: 70वीं बीपीएससी के लिए हुई प्रारंभिक परीक्षा में अभ्यर्थी अनियमितता और गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं. अभ्यर्थियों की मांग है कि हर सेंटर की परीक्षा रद्द हो और री-एग्जाम हो. इसको लेकर वे सोमवार (30 दिसंबर) को बिहार के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मिले. उन लोगों को आश्वासन दिया गया है कि विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब तक उनकी बात नहीं मानी जाती है वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
बता दें कि पटना में रविवार (29 दिसंबर) को प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने जबरदस्त तरीके से लाठीचार्ज किया. विपक्ष नीतीश सरकार पर सवाल उठा रही है. तेजस्वी यादव और पप्पू यादव समेत विपक्ष के नेताओं का कहना है कि सरकार छात्रों की बात नहीं सुन रही है. सोमवार (30 दिसंबर) को छात्रों के प्रतिनिधिमंडल के साथ पप्पू यादव भी जाकर मुख्य सचिव से मिले.
बीपीएससी के चेयरमैन से राज्यपाल ने की बात
इस पूरे मामले में सोमवार को सांसद पप्पू यादव बिहार के राज्यपाल से भी जाकर मिले. मुलाकात के बाद राज्यपाल ने बीपीएससी के चेयरमैन को बुलाया और बात की. मुलाकात के बाद बीपीएससी के चेयरमैन राजभवन से निकले, लेकिन उन्होंने मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया.
दूसरी ओर लाठीचार्ज के विरोध में बिहार के कई जिलों में सोमवार को चक्का जाम का नजारा दिखा. दरभंगा में दिल्ली जाने वाली ट्रेन बिहार संपर्क क्रांति को आइसा (AISA) ने रोक दिया. वहीं आरा में बक्सर-पटना पैसेंजर ट्रेन को रोक दिया गया. बक्सर में और सुपौल में रोड जाम किया गया. पटना में सीएम नीतीश कुमार का पुतला जलाया गया. इस तरह बीपीएससी अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज का प्रदेश में विरोध जताया गया.
बता दें 13 दिसंबर को 70वीं बीपीएससी की पीटी परीक्षा हुई थी. इस परीक्षा में पूरे बिहार में करीब 4.83 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए थे. 912 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. यह परीक्षा 2035 पदों के लिए हुई थी. आयोग का कहना है कि सिर्फ बापू परीक्षा सेंटर का री-एग्जाम होगा.
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