बिहार पुल मामला: अप्रोच रोड की मरम्मत में बाधा डालने के आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बनाई टीम, तलाश तेज़
गंडक विभाग के रजिस्टर्ड संवेदक उदय कुमार ने कहा कि गंडक नदी के अप्रोच सड़क पर 15 जुलाई की रात काम चल रहा था. रात के 11 बजे मुखियापति संजय राय उर्फ चंदशेखर प्रसाद यादव आए और गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे.
बिहार: गोपालगंज में सत्तर घाट पुलिया के अप्रोच रोड बह जाने के मामले में आरोपी और फैजुल्लाहपुर पंचायत के फरार मुखियापति संजय राय उर्फ चंदशेखर प्रसाद की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने दबीश बढ़ा दी है. गोपालगंज के एसपी मनोज कुमार तिवारी ने फरार वानटेड शख्स का वीडियो सामने आने के बाद गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी है. एसपी के मुताबिक मुखियापति बैकुंठपुर थाने के दो आपराधिक मामले में फरार घोषित है.
पहला मामला 21 फरवरी 2019 की है. बैकुंठपुर में सांप्रदायिक दंगा का मुख्य आरोपित है. जबकि दूसरी घटना 11 मार्च 2019 की है. पुलिस पर हमला कर शराब के धंधेबाज को भगाने का आरोप है. दोनों मामले में करीब 17 महीने से मुखियापति फरार है.
सत्तरघाट में 15 जुलाई को अप्रोच सड़क टूटने के बाद मुखियापति का सोशल साइट (फेसबुक) पर वीडियो वायरल हुआ. जिसमें पुलिस की नजर में फरार मुखियापति अप्रोच सड़क के पास वीडियो लाइव करता दिख रहा है. लाइव वीडियो में दिखा रहा है कि कैसे गंडक नदी अप्रोच सड़क को काट रही है.
इस घटना के बाद पुलिस ने सातवीं एफआइआर मुखियापति पर दर्ज की, जिसमें गंडक के ठेकेदार द्वारा 15 घंटे तक कार्य बाधित करने का आरोप लगाया जाता है. हैरानी की बात यह है कि बाधित हुआ तो पुलिस काम 15 घंटे तक क्यों नहीं पहुंची. पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. हालांकि फरार मुखियापति का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस कप्तान ने टीम गठित करते हुए कैमरे के सामने जल्द गिरफ्तारी करने का दावा किया है.
गंडक विभाग के रजिस्टर्ड संवेदक उदय कुमार ने कहा कि गंडक नदी के अप्रोच सड़क पर 15 जुलाई की रात काम चल रहा था. रात के 11 बजे मुखियापति संजय राय उर्फ चंदशेखर प्रसाद यादव आए और गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे. जिसके कारण हम सभी काम छोड़कर चले गए. लेबर थे, दहशत के कारण वे सभी भाग गए. मामले में बैकुंठपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. अब पुलिस को कार्रवाई करनी है.
गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है. पहले भी उस कांड में कई लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. मुखियापति की भी जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी. ऐसा कोई राजनीतिक दबाव पुलिस पर नहीं है.
ये भी पढ़ें जानिए आखिर 5 अगस्त को ही क्यों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या आने के लिए चुना, ये रही वजह राजस्थान ऑडियो टेप मामला: कांग्रेस ने मांगा गजेंद्र सिंह शेखावत का इस्तीफा, पूछा- सरकार CBI की धमकी क्यों दे रही है