पटना: बिहार में एक बार फिर पेपर लीक हो गया है. छात्रों ने यह आरोप ही नहीं लगाया है बल्कि पहली परीक्षा खत्म होने के बाद मिलाने के बाद यह भी कहा कि सेम सवाल आया है. इसके बाद अभ्यर्थी हंगामा करने लगे. दरअसल, पहली शिफ्ट सुबह 10.15 से 12.15 बजे तक थी. 11 बजे के आसपास पेपर वायरल हो गया. बीपीएससी (BPSC) पेपर लीक मामले के बाद सक्रिय रूप से आंदोलन करने वाले छात्र नेता दिलीप कुमार ने बताया कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग का पेपर लीक हुआ है. उनके पास 11.00 और 11.15 बजे के बीच में यह आया और उसके बाद उन्होंने ही मीडिया और अधिकारियों को भेजा.


दिलीप ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि परीक्षा 10:00 से 12:15 तक होनी थी. वह बोरिंग रोड स्थित एएन कॉलेज सेंटर के पास पहुंचे. जैसे ही परीक्षा खत्म हुई तो उन्होंने परीक्षार्थियों से पूछा कि क्या यही सवाल आया था तो कहा गया कि हां हुबहू यही प्रश्न आया है. इससे साफ जाहिर होता है कि सचिवालय सहायक की परीक्षा का पेपर लीक हो चुका है.


छात्रों के साथ हुआ धोखा


दिलीप ने आगे कहा कि एक महीना पहले उन्होंने अधिकारियों को बताया था कि सचिवालय सहायक की परीक्षा का पेपर लीक हो सकता है. माफिया सक्रिय हैं लेकिन ध्यान नहीं दिया गया. कहा कि बिहार में शिक्षा माफिया पूरी तरह से सक्रिय हैं इसके लिए सीबीआई की जांच बहुत जरूरी है. कहा कि बीपीएससी पेपर लीक के बाद से ही लगातार हमलोग सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. आज एक बार फिर छात्रों के साथ बड़ा धोखा हुआ है.


नौ लाख से ज्यादा अभ्यर्थी हो रहे हैं शामिल


बता दें कि बीएसएससी तृतीय स्नातक परीक्षा में नौ लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हो रहे हैं. पहली पाली शुरू होते ही पेपर बाहर गया. यह वैकेंसी आठ साल बाद आई है. इससे पहले 2014 में आई थी. इस प्रश्न पत्र को लेकर अधिकारियों ने कोई पुष्टि नहीं की है. हालांकि बवाल हुआ है तो यह तय है कि जांच भी होगी. बता दें कि इसके पहले भी बीपीसएसी की 67वीं पीटी की परीक्षा का पेपर लीक हुआ था. इसके चलते परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी.


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