पटना28 फरवरी को बिहार विधानसभा में बजट पेश किया जाएगा. महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से ही युवाओं में रोजगार और नौकरी की उम्मीद जगी है. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सरकार में आने के पहले कई वादे किए थे. ऐसे में युवाओं की नजरे इस बार बजट पर है कि क्या होने वाला है क्या मिलता है. बजट में किस सेक्टर में कितने रोजगार के अवसर मिलेंगे इस पर पटना के चर्चित अर्थशास्त्री नवल किशोर चौधरी ने बताया.


एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा कि निश्चित तौर पर इस बार के बजट में रोजगार पर विशेष फोकस होगा. तेजस्वी यादव सरकार बनने से पहले बेरोजगारी की बात कर रहे थे. सरकार बनने के बाद भी युवाओं को रोजगार देने की घोषणा करते रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी 15 अगस्त 2022 को गांधी मैदान में 20 लाख युवाओं को रोजगार देने की घोषणा की लेकिन अभी तक ऐसी योजना नहीं चलाई गई है. इस बार के बजट में रोजगार सबसे बड़ा मुद्दा होगा. उम्मीद की जा रही है कि सरकार इस बार के बजट में रोजगार को लेकर योजना लाएगी और खाली पदों को भरने की घोषणा करेगी.


सामने है 2024 का लोकसभा चुनाव


नवल किशोर चौधरी ने कहा कि सरकारी नौकरी के अलावा रोजगार के दूसरे जो अवसर हैं वह इंफ्रास्ट्रक्चर का क्षेत्र है. इंफ्रास्ट्रक्चर में खर्च करना जैसे रोड सेक्टर भवन निर्माण या इसके अलावा जो विभिन्न क्षेत्र जैसे कृषि और उद्योग हैं उनमें सरकार कुछ घोषणा कर सकती है. कहा कि 2024 में लोकसभा का चुनाव है और भले ही नीतीश कुमार इनकार करें लेकिन वह प्रधानमंत्री के दावेदार भी हैं. ऐसे में यह बजट बहुत महत्वपूर्ण है.


स्वरोजगार के रूप में बजट ला सकती है सरकार


पटना आद्री में कार्यरत अर्थशास्त्री डॉ. सुधांशु कुमार ने कहा कि इस बार के बजट में रोजगार पर विशेष फोकस रहेगा. रोजगार के दो पहलू हैं. एक सरकारी नौकरी है जिसकी एक सीमा बनी हुई है और दूसरा है स्वरोजगार. सरकार स्वरोजगार के रूप में भी बजट ला सकती है. इसमें स्टार्टअप है, लोगों को कौशल विकास के लिए प्रोत्साहित करना, लोगों को पूंजी उपलब्ध कराना, अनुदान देना, इंटरेस्ट रेट में छूट देना. कुछ कुछ इस तरह के काम हैं जिससे युवाओं को न केवल सरकारी नौकरी मिले बल्कि वे खुद का रोजगार कर सकें. 


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