पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष के विधायकों ने विरोध का पुराना तरीका अपनाया. कोई साइकिल पर चलकर आया तो कोई मिट्टी का चूल्हा लेकर आ गया. पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का विरोध करने के लिए आरजेडी के महुआ से विधायक मुकेश रौशन ने साइकिल की सवारी की. इनका दावा है कि साईकल से अपने विधानसभा क्षेत्र महुआ, हाजीपुर से पटना बिहार विधानसभा पहुंचे हैं.


वहीं सीपीआई-एमएल ,सीपीएम और वाम दलों के विधायकों ने कृषि कानून को लेकर बिहार विधानसभा के बाहर प्रदर्शन किया. इनकी मांग है कि बिहार विधानसभा के सत्र में कृषि कानून के खिलाफ प्रस्ताव लाया जाए और उस प्रस्ताव को पास कर केंद्र सरकार को भेजा जाए. नहीं तो विधानसभा के अंदर-बाहर का प्रदर्शन जारी रहेगा.


कांग्रेस के विधायक शकील अहमद खान गैस सिलेंडर के दाम में वृद्धि के विरोध में एक हाथ में चूल्हा और एक हाथ में लकड़ी लेकर बिहार विधानसभा पहुंचे. इनका कहना है कि अब पुराने जमाने में लौटने के अलावा कोई चारा नहीं है क्योंकि बीजेपी ने लोगों का जीना हराम कर दिया है. अब लोग लकड़ी पर ही खाना बनाएंगे और गैस सिलेंडर में वृद्धि के विरोध में यह लकड़ी और चूल्हा लेकर हम पहुंचे हैं.


एआईएमआईएम विधायकों का विधानसभा के बाहर हंगामा


एआईएमआईएम के विधायकों ने सीमांचल के बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा की मांग को लेकर बिहार विधानसभा के बाहर जमकर हंगामा प्रदर्शन किया. इनका आरोप है कि बाढ़ को गुजरे हुए कई महीने हो गए लेकिन इसके बावजूद आज तक सीमांचल के बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा सरकार नहीं दे रही है. आरजेडी के विधायक विधानसभा पोर्टिको से मार्च करते हुए कर्पूरी ठाकुर की मूर्ति के नीचे पहुंचे और किसान आंदोलन के समर्थन और किसानों की मौत के लेकर 2 मिनट का मौन रखा.


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