पटना: बिहार विधानसभा बजट सत्र के दौरान मंगलवार को सदन में बीजेपी और सत्तापक्ष के बीच जमकर नोकझोंक हुई. हंगामे के बाद दो बजे तक के लिए सदन को स्थगित कर दिया गया. सदन में नोकझोंक के बीच बीजेपी विधायक लखेंद्र पासवन पर आरोप लगा कि उन्होंने माइक को तोड़ दिया. इससे पहले बिहार विधानसभा परिसर में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के इस्तीफे की मांग की गई.
किस मुद्दे पर हुआ हंगामा?
लखेंद्र पासवान ने सदन के बाहर आकर कहा कि आंगनबाड़ी सेविकाओं का मुद्दा सदन में उठाया गया था. इस दौरान उनके माइक को बंद कर दिया गया. वह दलित हैं इसलिये अपमानित किया जा रहा है. यह भी कहा कि उन्होंने माइक नहीं तोड़ा. पहले से माइक के ऊपर का हिस्सा हिला हुआ था. उन पर माइक तोड़ने का आरोप लगाया जा रहा. उनके माइक को बंद करा दिया गया. लखेंद्र पासवान ने कहा कि सीपीआईएमएल विधायक सत्यदेव राम ने उन्हें अपशब्द कहा. गाली दी.
लखेंद्र पासवान ने कहा कि बिहार में आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका की जो सभी पंचायतों में बहाली है उसको 5975 और 2975 रुपया मानदेय मिलता है. इसको कम से कम दैनिक मजदूरी 15 हजार या 10 हजार किया जाए. यही मांग थी. इस बात को वह रख रहे थे. मंत्री जवाब भी दे रहे थे. जब वह पूरक पूछ रहे थे तो माइक बंद कर दिया गया.
वहीं विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विधायक लखेंद्र रोशन ने जब सवाल उठाया तो अपशब्दों का प्रयोग किया. इसके पहले भी बार-बार ऐसा होता है. आरजेडी के एक सदस्य हैं उठकर धमकी के भाव में बार बार बोलते हैं. उनके नेता पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. जो चपरासी क्वार्टर से महल तक पहुंचा है उसका जवाब नहीं देते हैं. संवैधानिक संस्था पर सवाल उठाते हैं. प्रश्न पूछने पर धमकी देना यह लोकतंत्र के लिए सही नहीं है.
यह भी पढ़ें- H3N2 वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, पटना AIIMS में 30 बेड का होगा आइसोलेशन वार्ड, जानिए बचाव के उपाय