पटनाः बिहार विधानसभा में आज बजट पेश किया गया. नयी सरकार गठन के बाद उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री बनाए गए तारकिशोर प्रसाद का आज पहला बजट भाषण था जिसमें उन्होंने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए आर्थिक रूपरेखा को प्रस्तुत किया. बता दें कि पेश किए गए बजट के अनुसार अगले एक साल में सरकार कुल 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इसमें राज्य के विकास योजना मद में 1,00,51,880 करोड़ रूपये और स्थापना और प्रतिबद्ध व्यय मद में 1,17,783.84 करोड़ रुपये है.
वित्तीय वर्ष 2021-22 में विकासात्मक एवं गैर-विकासात्मक व्यय क्रमशः 1,52,267.24 करोड़ रूपये एवं 66,035.46 करोड़ रूपये है जो कुल व्यय 2,18, 302.70 करेोड़ रूपये का क्रमशः 69,75 प्रतिशत एवं 30.25 प्रतिशत है.
वित्तीय वर्ष 2021-22 में लोक ऋण का अधिशेष 2,01,466.71 करोड़ रूपये रहने का अनुमान है जो राज्य सकल घरेलू उत्पाद 7,57,026.00 करोड़ रूपये का 26.67 प्रतिशत रहने का अनुमान है. अन्य दायित्वों के साथ लोक ऋण का अधिशेष 2,44,185.30 करोड़ रूपये रहने का अनुमान है जो राज्य सकल घरेलू उत्पाद 7,57,026.00 करोड़ रूपये का 32.26 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
प्रमुख क्षेत्रों के लिए जो प्रस्तावित राशि है उसके बारे में जानकारी दी गयी है जिसमें
• शिक्षा विभागः- वर्ष 2021-22 में 38,035.93 करोड़ रू0 प्रस्तावित हैं जिसमें राजस्व मद में 36,971.29 करोड़ रूपये एवं पूंजीगत मद में 1,064.64 करोड़ रूपये प्रस्तावित है वित्तीय वर्ष 2021-22 में वर्ष 2020-21 की तुलना में शिक्षा विभाग के बजट में ৪ प्रतिशत से अधिक की वृद्धि प्रस्तावित है.
• स्वास्थ्य विभागः- वर्ष 2021-22 में 13,264.87 करोड़ रू0 प्रस्तावित हैं जिसमें राजस्व मद में 10,827.19 करोड़ रूपये तथा पूंजीगत मद में 2,437.68 करोड़ रूपये प्रस्तावित है वित्तीय वर्ष 2021-22 में वर्ष 2020-21 की तुलना में स्वास्थ्य विभाग के बजट में 21 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि प्रस्तावित है.
ऊर्जा प्रक्षेत्रः- वर्ष 2021-22 में 8560.00 करोड़ रू0 प्रस्तावित हैं जिसमें राजस्व मद में 7047.00 करोड़ रूपये एवं पूंजीगत मद में 1513.00 करोड़ रूपये प्रस्तावित है. वित्तीय वर्ष 2021 22 में वर्ष 2020-21 की तुलना में ऊर्जा विभाग के बजट में 53 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि प्रस्तावित है.
• सड़क प्रक्षेत्र: पथ निर्माण एवं ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा सड़क प्रक्षेत्र में व्यय किए जाते हैं. इन विभागों में इस प्रदोत्र में वर्ष 2021-22 में 15227.74 करोड़ रूपये का व्यय अनुमानित है जिसमें सड़कों के रख रखाव एवं मरम्मत मद (OPRMC) में 2,850.00 करोड़ रूपये अनुमानित है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में वर्ष 2020-21 की तुलना में OPRMC मद में 93 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि पस्तावित है.
• सड़क प्रक्षेत्र के अन्तर्गत वित्तीय दर्य 2021-22 में कुल 7850 कि०मी० ग्रामीण पर्थो एवं 731 उच्चस्तरीय पुलों का निर्माण कार्य कराने का लक्ष्य है जिसपर कुल 4,518 करोड़ रूपये का त्यय प्रस्तावित है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 8,000 कि०मी० ग्रामीण पचों की मरम्मति उन्नयन किये जाने का लक्ष्य है जिसपर कुल 2,000 करोड़ रूपये का व्यय प्रस्तावित है
• कल्याण प्रक्षेत्र:- वर्ष 2021-22 में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण एवं पिछड़ा तथा अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण एवं समाज कल्याण से संबंधित विभागों द्वारा 12,274.49 करोड़ रूपये व्यय किया जाना प्रस्तावित है. वित्तीय वर्ष 2021-22 में वर्ष 2020-21 की तुलना में कल्याण प्रक्षेत्र के बजट में 3 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि प्रस्तावित है.
• सुशासन के अन्तर्गत आत्मनिर्भर बिहार के सात निश्चय-2 योजना :- वित्तीय वर्ष 2021 22 में सात निश्चय 2 योजना के लिए 4,671 करड़ रूपये का बजट प्रावधान किया गया है. इसके अन्तर्गत महत्वपूर्ण स्कीमों में प्रावधानित राशि निम्नलिखित है
उध्वत्तर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन स्कीम हेतु 600 करोड़ रूपये.
हर खेत तक सिंचाई का पानी स्कीम हेतु 550 करोड़ रूपये. युवा शक्ति बिहार की प्रगति अन्तर्गत विभिन्न स्कीम हेतु 550 करोड़ रूपये.
पशु एवं मत्स्य संसाधनों का विकास स्कीम हेतु 500 करोड़ रूपये. उद्यमिता विकास के स्कीम हेतु 400 करोड़ रूपये सभी गांवों में सोलर स्ट्रीट लाईट स्कीम हेतु 150 करोड़ रूपये है.
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