बक्सर: केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे (Ashwini Choubey) के काफिले पर गुरुवार की शाम पत्थरबाजी हो गई. इस घटना में केंद्रीय मंत्री (Union Minister) बाल-बाल बचे. घटना बक्सर के बनारपुर गांव की है. पुलिस द्वारा महिलाओं और बच्चों पर लाठियां बरसाने, नाबालिग बच्चों के पकड़े जाने को लेकर लोग आक्रोशित थे. बक्सर पहुंचे सांसद को गांव के लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. बक्सर के चौसा में थर्मल पावर प्लांट को लेकर किसान मुआवजे की मांग पर प्रदर्शन कर रहे हैं.


बताया जाता है कि मंत्री से लोग सवाल कर रहे थे कि आप इतने दिनों से आंदोलन करने वाले किसानों के बीच क्यों नहीं आए. कोई पहल क्यों नहीं की गई? मंत्री के पहुंचते ही सभा में लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. मंत्री अश्विनी चौबे को उल्टे पांव भागना पड़ा. जाते समय उपद्रवियों ने काफिले पर रोड़ेबाजी कर दी. एस्कॉर्ट और सुरक्षाकर्मी की चूक दिखी.






इस तरह की घटना दुर्भाग्यपूर्ण


घटना को लेकर बनारपुर गांव के ग्रामीण अशोक तिवारी ने बताया कि इस तरह की घटना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. किसी भी स्तर पर किसान इस तरह की घटनाओं का समर्थन नहीं करते हैं. किसानों के रूप में आए असामाजिक तत्व की पहचान कर उन्हें कार्यक्रम में आने से रोकने का किसान प्रयास करेंगे.


अश्विनी चौबे ने क्या कहा?


इसके पहले अश्विनी चौबे ने बक्सर में हुई घटना को लेकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खरी-खोटी सुनाई. कहा कि वो कहते हैं कि उन्हें जानकारी नहीं है, तो आप सरकार क्यों चला रहे हैं? बिहार के धृष्ट राष्ट्र कुमार, चाचा-भतीजा की सरकार चला रहे हैं और आपको मालूम नहीं आपका न्याय तंत्र कहां है? इस तरह महिलाओं, बच्चों के साथ घर में घुसकर मारपीट हुई जिसका वीडियो वायरल हुआ.


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