मुंगेर: बिहार के दो विधानसभा सीटों पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होना है. उपचुनाव को लेकर सभी पार्टियों के प्रचार का सिलसिला जारी है. इसी क्रम में मंगलवार को सूबे के मुखिया नीतीश कुमार (Nitish Kumar) चुनावी सभा को संबोधित करने के लिए तारापुर विधानसभा के टेटिया बंबर पहुंचे थे, जहां उन्हें युवाओं के आक्रोश का सामना करना पड़ा. हालांकि, हमेशा की तरह नीतीश कुमार ने उनपर ध्यान नहीं दिया और कहा कि हंगामा करने वालों को हंगामा करने दें, ये दूसरे के भेजे हुए लोग हैं. 


नौजवानों ने हंगामा खड़ा कर दिया


बता दें कि मुख्यमंत्री ने मंगलवार को विधानसभा क्षेत्र के संग्रामपुर और टेटिया बंबर प्रखंड में जनसभा कर एनडीए प्रत्याशी राजीव सिंह को चुनाव में जीताने की अपील की. हालांकि, टेटिया बंबर प्रखंड में चुनावी जनसभा के संबोधन के दौरान सैकड़ों की संख्या में पहुंचे नौजवानों ने हंगामा खड़ा कर दिया और नारे लगाने लगे. 


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युवाओं ने कही ये बात


युवाओं ने कहा, " सृजन घोटाला तो कर लिया, अब बेरोजगारों को रोजगार दो." हंगामा कर रहे युवाओं ने कहा कि बिहार के मुखिया केवल चुनावी सभाओं में ही जमीन पर नजर आते हैं, इसलिए हम सभी यहीं पर अपना हक मांग रहे हैं. हम बेरोजगार हैं, हमें रोजगार दो. 


इधर, पूरे हंगामे के दौरान पुलिस मुखदर्शक बनी रही. लोगों का आक्रोश देखकर पुलिस ने कार्रवाई नहीं करने में ही भलाई समझी. हालांकि, हंगामा होता देख मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, " इन सभी को हल्ला करने दीजिए. छोड़ दीजिए कोई मत कहिए. मुझे पता है कि ये क्यों हल्ला कर रहे हैं. इनसब को जवाब जनता दे देगी. हम कागज देख लेंगे, पढ़ लेंगे. उसे हम देख लेंगे. मगर कौन लोग किसको भेज देता है हमको इसकी चिंता नहीं है. हमारा विश्वास काम करने में है."


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