पटनाः सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) को अभी अपने पहचान की जरूरत है. उन्होंने नई पार्टी बनाई है इसलिए तारापुर और कुशेश्वर स्थान विधानसभा सीट से उम्मीदवार उतार कर पार्टी का कोरम पूरा कर रहे हैं. यह बातें बिहार सरकार के मंत्री सुमित सिंह (Sumit Singh) ने कहीं. एक सवाल पर कि रामविलास पासवान (Ram Vilas Paswan) की पुण्यतिथि पर चिराग पासवान के यहां दिल्ली में कई दिग्गज नेता पहुंचे थे इसके क्या फायदे या नुकसान हो सकते हैं इसपर सुमित सिंह ने कहा कि पुण्यतिथि पर तो हर दल के नेता आते-जाते रहते हैं. रामविलास पासवान की पुण्यतिथि पर तो महगठबंधन के नेता भी गए थे.
दरअसल, 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में चिराग ने जेडीयू को नुकसान पहुंचाया था. इसी सवाल पर कि क्या इस बार भी जेडीयू को नुकसान हो सकता है जिसपर सुमित सिंह ने कहा कि चिराग को अभी अपनी पहचान की जरूरत है. बता दें कि चिराग पासवान ने भी बिहार की दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उप चुनाव में अपना उम्मीदवार उतारा है. पहले चुनाव चिह्न को लेकर विवाद था. इसके बाद एलजेपी के सिंबल को ही चुनाव आयोग ने फ्रीज कर दिया. उप चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग की ओर से पशुपति कुमार पारस और चिराग पासवान को नया चुनाव चिह्न दिया गया था. चिराग ने तारापुर से चंदन सिंह और कुशेश्वर स्थान से अंजु देवी के नाम का एलान किया है.
पशुपति कुमार पारस के गुट को चुनाव आयोग की ओर से सिलाई मशीन का चुनाव चिह्न दिया गया है. चिराग पासवान की एलजेपी को लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का नाम मिला है, जबकि पशुपति कुमार पारस की एलजेपी को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का नाम चुनाव आयोग ने अलॉट किया है. अब इस बार उप चुनाव में दोनों इसी चुनाव चिह्न का इस्तेमाल करेंगे.
चिराग पासवान ने दिल्ली में बनाई थी नई टीम
जानकारी हो कि बीते शनिवार को ही चिराग पासवान ने दिल्ली में अपनी नई की घोषणा की थी. वेद प्रकाश पांडेय को युवा एलजेपी का बिहार प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया. सांसद चिराग पासवान के आदेश पर एलजेपी छात्र प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष यामिनी मिश्रा ने सीमांत मृणाल को बिहार प्रदेश छात्र प्रकोष्ठ का अध्यक्ष नियुक्त किया. बताया गया था अब यह नई टीम बिहार में हेलिकॉप्टर चुनाव चिह्न को घर-घर तक पहुंचाएगी.
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