पटना: बिहार विधानसभा की दो सीटों मोकामा और गोपालगंज में उपचुनाव (Bihar By Elections 2022) के लिए गुरुवार को मतदान होगा. दोनों सीटों पर सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल और विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के बीच कड़ा मुकाबला है. उपचुनाव के लिए पुलिस और प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
तीनों पार्टियों का उपचुनाव में देखा जाएगा शक्ति प्रदर्शन
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो महीने पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से अलग हो गए. बीजेपी कमजोर हो गई. वहीं प्रदेश में सत्ताधारी महागठबंधन में शामिल सबसे बड़ी पार्टी आरजेडी है. अब तीनों ही पार्टियों के लिए तीन नवंबर को होने वाले इस उपचुनाव को पहले शक्ति परीक्षण के तौर पर देखा जा रहा. आरजेडी के सामने जहां अपनी मोकामा विधानसभा सीट को बरकरार रखने की चुनौती है. वहीं पार्टी गोपालगंज सीट को बीजेपी से छीनने के लिए जीतोड़ कोशिश भी कर रही. गोपालगंज सीट पिछले चार चुनावों से बीजेपी की झोली में जा रही है.
बीजेपी ने जीत को लेकर झोंकी है ताकत
उधर, बीजेपी ने भी मोकामा सीट पर जीत दर्ज करने के लिए अपनी सारी ताकत झोंक दी है. वह गोपालगंज में लगातार पांचवीं बार जीत का परचम लहराने की कोशिशों में भी जुटी है. मोकामा में उपचुनाव आरजेडी विधायक अनंत कुमार सिंह को अयोग्य ठहराए जाने के कारण कराया जा रहा है. पार्टी ने उपचुनाव में अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को अपना उम्मीदवार बनाया है.
आरजेडी भी पूरी तरह से तैयार
बाहुबली से राजनेता बने अनंत सिंह ने मोकामा सीट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर तीन बार, एक बार निर्दलीय और 2020 में राजद उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी. मोकामा में बीजेपी ने सोनम देवी को मैदान में उतारा है जो एक स्थानीय बाहुबली ललन सिंह की पत्नी हैं. वह अनंत सिंह का विरोध करती रही हैं. उनके पति को लोक जनशक्ति पार्टी के एक अलग गुट और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पार्टी के बाहुबली नेता सूरजभान सिंह का विश्वासपात्र माना जाता है. बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने भी प्रचार किया था. मोकामा विधानसभा क्षेत्र में कुल 2,81,248 मतदाता हैं. वहां सुरक्षा के बीच सुचारू रूप से मतदान कराने के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के साथ 289 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
मोकामा में कड़ा मुकाबला
मोकामा सीट से आरजेडी की नीलम देवी और बीजेपी की सोनम देवी सहित छह प्रत्याशी किस्मत आजमा रहे हैं. इसमें चार पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं. गोपालगंज सीट पर उपचुनाव बीजेपी से चार बार विधायक रहे सुभाष सिंह के निधन के कारण कराया जा रहा है. इस सीट से पार्टी ने की सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनावी मैदान में उतारा है.
लालू यादव का पैतृक जिला गोपालगंज
गोपालगंज आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद और उनकी पत्नी राबड़ी देवी का पैतृक जिला है. आरजेडी ने वैश्य समुदाय से ताल्लुक रखने वाले मोहन प्रकाश गुप्ता को बीजेपी के जातिगत समीकरणों को बिगाड़ने के लिए टिकट दिया है. वहीं राबड़ी देवी के भाई साधु यादव ने इस बार अपनी पत्नी इंदिरा यादव को बसपा उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतारा है. यादव ने साल 2000 में राजद के लिए गोपालगंज सीट जीती थी. 2020 में वह बसपा प्रत्याशी के तौर पर दूसरे नंबर पर रहे थे.
सुबह सात से शाम के छह बजे तक चलेगा मतदान
गोपालगंज में कुल नौ प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं जिनमें आरजेडी, बीजेपी और बसपा के अलावा ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के उम्मीदवार भी शामिल हैं. गोपालगंज विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,31,469 मतदाता हैं. वहां पर्याप्त संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के साथ 330 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. दोनों सीटों पर मतदान तीन नवंबर को सुबह सात बजे से शुरू होकर शाम छह बजे तक जारी रहेगा. नतीजों की घोषणा छह नवंबर को की जाएगी.