बिहार की 4 सीटों पर उपचुनाव में किस जाति को कहां से टिकट देंगे प्रशांत किशोर? लगाने जा रहे दांव!
Prashant Kishor: प्रशांत किशोर 2025 के विधानसभा चुनाव में 40 मुस्लिम प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर चुके हैं. जाहिर है उपचुनाव का मौका है तो वह इसमें भी मौका दे सकते हैं.
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Prashant Kishor News: 2025 में बिहार में विधानसभा का चुनाव होना है लेकिन उससे पहले चार सीटों पर अभी उपचुनाव का समय है. इन चार विधानसभा सीटों में बेलागंज, इमामगंज (सुरक्षित), तरारी और रामगढ़ है. इन सीटों के विधायक अब सांसद बन चुके हैं इसके चलते उपचुनाव हो रहा है. जन सुराज पार्टी इन सभी चार सीटों पर लड़ेगी. प्रशांत किशोर के लिए यह उपचुनाव 2025 के लिए सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है. ऐसे में सवाल है कि जन सुराज की ओर से उपचुनाव में किसे मौका दिया जाएगा? क्या जातीय समीकरण के आधार पर टिकट दिए जाएंगे?
इन चार विधानसभा सीटों में से दो पर मुस्लिम चेहरों को मौका मिल सकता है. आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन पार्टी के कुछ सदस्यों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया है कि बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीट से मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया जा सकता है. बता दें कि प्रशांत किशोर 2025 के विधानसभा चुनाव में 40 मुस्लिम प्रत्याशी उतारने की घोषणा कर चुके हैं. जाहिर है उपचुनाव का मौका है तो वह इसमें भी मौका दे सकते हैं.
मुस्लिम उम्मीदवार उतारकर खेल सकते हैं दांव
प्रशांत किशोर दो सीटों पर अगर मुस्लिम उम्मीदवार उतारते हैं तो 2025 के लिए मुस्लिम वोटरों को लुभाने की रणनीति कारगर साबित हो सकती है. इसकी बड़ी वजह यह है कि जिन दो सीटों पर मुस्लिम कैंडिडेट की बात हो रही (बेलागंज और इमामगंज) वहां से कभी भी किसी बड़ी पार्टी ने मुस्लिम चेहरों को मौका नहीं दिया है. ऐसे में मुस्लिम उम्मीदवार उतारकर पीके दांव खेल सकते हैं.
इन दोनों सीटों पर जाति की बात करें तो मुस्लिम समुदाय का सबसे अधिक वोट है. 2020 के चुनाव के आंकड़ों की बात करें तो सबसे अधिक 15.8% यहां मुस्लिम मतदाता हैं जबकि दूसरे नंबर पर 15.6% यादव मतदाता हैं. दलित मतदाताओं की संख्या भी अच्छी है तो फॉरवर्ड वोट भी लगभग 10 से 12% है. इस सीट पर 1990 से लगातार आरजेडी से सुरेंद्र यादव कब्जा जमाए हुए थे. अब वह लोकसभा पहुंच गए हैं तो निश्चित तौर पर यहां से इस बार भी आरजेडी यादव जाति से ही प्रत्याशी उतारेगी.
इमामगंज (सुरक्षित) सीट से जीतन राम मांझी कई बार जीत चुके हैं लेकिन यहां भी सबसे अधिक 14.9% मुस्लिम मतदाता हैं. दूसरे नंबर पर 12.4% यादव मतदाता हैं. तीसरे नंबर पर मांझी समाज से 8.7% वोट है. पासवान एवं अन्य दलित वोटरों की संख्या भी लगभग 10% के करीब है. इस सीट पर भी कभी भी मुस्लिम जाति के विधायक नहीं बने हैं.
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