Candle March: रक्सौल में 21 दिन बाद भी आजाद घूम रहा रेपिस्ट, कैंडल मार्च निकालकर आरोपी के लिए फांसी की मांग
Candle March: भारत नेपाल सीमा स्थित रक्सौल शहर में कैंडल मार्च निकाला गया. ये मार्च नाबालिग लड़की के दुष्कर्मियों की गिरफ्तारी और उन्हें फांसी की सजा देने की मांग को लेकर निकाला गया था.
Candle March In Motihari: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के भारत नेपाल सीमा स्थित रक्सौल शहर में गुरुवार (30 मई) की संध्या में नाबालिग लड़की के दुष्कर्मियों को गिरफ्तारी और फांसी की सजा की मांग के लिए कैंडल मार्च निकाला गया. ये कैंडल मार्च पीड़ित के घर से निकाला गया. जैसे-जैसे कैंडल जुलूस आगे बढ़ता गया लोगों का हुजूम बढ़ता गया. रक्सौल शहर भर में कैंडल मार्च घूमने के साथ रक्सौल ढहर के मेन रोड स्थित पोस्ट ऑफिस चौक पर समाप्त हुआ.
आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग
वहीं, कैंडल मार्च के साथ सभा को संबोधित करते हुए बजरंग दल के पूर्व संयोजक दिग्विजय पार्थ ने बताया कि घटना के 21 दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. जो रक्सौल क्षेत्र वासियों के लिए चिंता का विषय है. इसलिए इस जुलूस के माध्यम से हम प्रशासन से डिमांड करते हैं कि आरोपियों को तुरंत गिरफ्तारी किया जाए साथ ही स्पीडी ट्रायल चलाकर दरिंदो को जल्द से जल्द फांसी पर चढ़ाया जाए.
शहरवासियों ने बढ़चढ़ कर लिया हिस्सा
इस कैंडल मार्च में बजरंग दल के साथ गीता क्लास के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और शहरवासियों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया, हालांकि कैंडल मार्च में हजारों की संख्या के कारण शहर व्यस्त दिख रहा था. वही कैंडल मार्च में दरिंदो के खिलाफ नारा लगाई जा रही थी, जिससे पूरा शहर गुंजयमान हो गया था.
कैंडल मार्च कार्यक्रम में रक्सौल शहर के राधेश्याम कुमार, अरुण कुमार, जितेश राणा, सनी कुमार, विजय सिंह, मनोज सिंह, आनंद कुमार, मनीष कुमार, यश कुमार, सोनू कुमार,आशीष कुमार, प्रमोद कुमार, शंभू जी, मुकेश कुमार, संदीप कुमार, अजीत पांडे, शशि कुमार, प्रशांत कुमार, संतोष गुप्ता, इत्यादि सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने अपना सेवा और योगदान दिया.
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