(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Bihar Caste Census: बिहार में बदला जातीय गणना का प्रारूप, अब देश, राज्य और जिले का भी कोड किया गया तय
Bihar Cast Census 2023: 15 अप्रैल से 15 मई तक जातीय जनगणना का दूसरा चरण पूरा होना है. पहले सिर्फ अलग-अलग जातियों के लिए अलग-अलग कोड जारी किए गए थे.
Bihar Caste Census News: बिहार में जाति आधारित गणना (Caste Census 2 Phase) के दूसरे चरण की शुरुआत के साथ ही महत्वपूर्ण बदलाव करने के लिए सरकार को मजबूर होना पड़ा है. इसके तहत जातियों के साथ ही अब देश, राज्य और प्रदेश के जिलों के लिए भी कोड तय किए गए हैं. इससे पहले राज्य में रहने वाली अलग-अलग जातियों के लिए कोड जारी किया गया था.
अब इसमें बड़ा बदलाव करते हुए दूसरे देशों के साथ अब देश के दूसरे राज्यों और बिहार के सभी जिलों के लिए एक निश्चित कोड निर्धारित किया गया है. गौरतलब है कि प्रदेश की जाति आधारित गणना के दौरान कोड के जरिए ही दुनिया के देशों, भारत के राज्यों और प्रदेश के जिलों को दर्शाया जाएगा. 15 अप्रैल से 15 मई तक दूसरा चरण पूरा होना है.
इसलिए करना पड़ा बदलाव
जातीय गणना के पहले दिन जब कर्मचारी लोगों से पूछताछ कर रहे थे तो उसमें विदेश के कॉलम में देशों का नाम नहीं था. इसके अलावा राज्यों के कॉलम में किस राज्य में बिहार के लोग रहते हैं उसका नाम भी नहीं था. इसकी वजह से यह साफ नहीं हो पा रहा था कि बिहार के लोग किस राज्य में निवास कर रहे हैं. इसके साथ ही विदेशों में कौन कहां रहते हैं इसका भी पता नहीं चल रहा था. लिहाजा, शनिवार (15 अप्रैल) को गणना खत्म होने के बाद इसमें बदलाव करते हुए दुनिया के 239 देश, भारत के 35 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के साथ ही बिहार के सभी 38 जिलों के नाम के साथ उनका कोड निर्धारित कर दिया गया.
कोड से पता चलेगा कि विदेशों में रहते हैं लोग
बता दें कि इस बदलाव से बहुत आसानी के साथ ये जानकारी मिल जाएगी कि बिहार के कितने लोग किन देशों में रहते हैं. इसके साथ ही कोड के माध्यम से यह भी आसानी से पता लगाया जा सकेगा कि बिहार के कितने लोग देश के किस राज्य में रहते हैं.
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