Patna : बिहार में जातीय जनगणना की तैयारी पूरी हो चुकी है और 15 अप्रैल से घर-घर जाकर कौन किस जाति का है, कर्मचारी इसके आंकड़े पूछ कर भरना शुरू कर देंगे. बिहार सरकार ने कुल 115 जातियों का कोड जारी कर दिया है, अब ये जातियां अपने कोड से जानी जाएंगी. इतना ही नहीं सभी धर्मों का भी कोड जारी किया गया है. ब्राह्मण का कोड 128 तो भूमिहार को 144 कोड दिया गया है. राजपूत जाति का कोड 171 और कायस्थ का 22 है. पिछड़ी जातियों में यादव का कोड 167 तो कुर्मी को 25 नंबर कोड से जाना जाएगा.
जाति ही नहीं 15 सवालों का देना होगा जवाब
हिंदू के लिए 1, इस्लाम के लिए 2, इसाई के लिए 3 सिख लिए 4 बौद्ध के लिए 5 ,जैन के लिए 6 अन्य धर्म के लिए 7 और जो धर्म नहीं मानते हैं उनके लिए 8 कोड दिया गया है. इस जातीय जनगणना से जातिवादी व्यवस्था को बल मिलेगा या इस सामाजिक- आर्थिक सर्वेक्षण से सरकार को वंचित तबकों के लिए योजना बनाकर उन्हें मुख्यधारा में लाने में कामयाबी मिलेगी, ये तो आने वाले दिनों में स्पष्ट होगा लेकिन 15 अप्रैल से शुरू होने वाले इस जातीय सर्वेक्षण में कुल 17 सवाल होंगे, जिनमें 15 सवालों का कोड तय किया गया है. ये 15 सवाल पूछकर उस व्यक्ति की न सिर्फ जाति बल्कि उसकी शिक्षा, आर्थिक स्थिति, पारिवारिक स्थिति की जानकारी भी इसमें दर्ज करेंगे. जैसे कितनी जमीन है, गाड़ी है या नहीं, आय का स्रोत क्या है? मकान कितने हैं? कितना वेतन मिलता है ?
कमाई जानने के लिए भी है कोड की व्यवस्था
वेतन का भी कोडिंग किया हुआ है. अगर कोई महीने में 6000 तक का कमाता है तो उसका कोड 1 है, अगर 10000 तक 2 रहेगा. 10 से 20000 तक कमाता है तो उसका कोड 3 होगा. 20 से 30 वाले को 4, 30 से 40 हजार वाले को 5, 40 से 50 हजार वाले को 6 और 50 हजार से अधिक कमाने वाले को कोड नंबर 7 दिया जाएगा. सर्वेक्षण से हर व्यक्ति के शिक्षा का स्तर भी पता चलेगा और इसमें अलग-अलग शिक्षा का कोड दिया हुआ है.
पेशा भी जाना जाएगा कोड से
कोई अगर डॉक्टर है तो उसका कोड 25 होगा, वकील है तो 28, इंजीनियर है तो 23 एमबीए है तो 27 पीएचडी है तो 48 कोड में रखा जाएगा. पहली कक्षा से 10 वीं पास तक को 1 से 10 कोड दिया गया है. इंटर पास है तो 12 कोड होगा. आईटीआई पास है तो उसका कोड 13 रहेगा. सरकार ने कुल 53 श्रेणी के पेशे की भी कोडिंग की है. अगर कोई सरकारी नौकरी में है तो कोड नंबर 1 है, प्राइवेट नौकरी करता है तो 2 है, असंगठित क्षेत्र में प्राइवेट नौकरी करता है तो 3 है, अपना रोजगार करता है तो 4 है. खेती करता है तो 5 नंबर है, खेतिहर मजदूर है तो 6, निर्माण कार्य में मजदूरी करता है तो 7 है, दूसरी तरह की मजदूरी करता है तो 8 , मिस्त्री है तो 9, भिखारी है तो 10, कचरा बिनने वाला है तो 11, और कोई काम करता है तो 12, छात्र है तो 13 है, गृहणी को 14 है, कुछ नहीं करने वाले को 15 कोड दिया गया. इसी तरह परिवार की कोडिंग की गई है. परिवार के मुखिया को 1 पति-पत्नी को 2, बेटा- बेटी 3, पोता- पोती 4 , माता-पिता 5 , भाई-बहन 6 , दादी नानी 7, दादा -नाना 8 और सास-ससुर को 9 नंबर कोड से जाना जाएगा.
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