बिहार: SBI की शाखा से 8 करोड़ रुपये की अवैध निकासी मामले का CBI करेगी जांच
इस पूरे मामले में लेखापाल और फील्ड ऑफिसर्स की संलिप्तता पाई गई थी. इसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के निगरानी टीम से जुड़े अधिकारियों ने मामले की जांच पड़ताल की थी.
गया: बिहार के गया जिले के मानपुर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया शाखा से 8 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध निकासी मामले की जांच अब सीबीआई करेगी. बिहार सरकार के गृह विभाग ने बुधवार को एक अधिसूचना जारी की है, जिसमें मामले की जांच सीबीआई को सौंपे जाने की बात कही गयी है. दरअसल, बीते साल जुलाई में बैंक से 8 करोड़ रुपये से अधिक की फर्जी निकासी का मामला प्रकाश में आया था. इस मामले में मानपुर के मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. प्राथमिकी में बैंक के अधिकारियों पर अपने परिजनों के नाम से एकाउंट खोल कर उसमें पैसे भेजने का आरोप लगाया गया था.
फर्जी तरीके से खोले गए थे 60 खाते
बता दें कि इस पूरे मामले में लेखापाल और फील्ड ऑफिसर्स की संलिप्तता पाई गई थी. इसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के निगरानी टीम से जुड़े अधिकारियों ने मामले की जांच पड़ताल की थी. इस मामले में तत्कालिन शाखा प्रबंधक सुजीत कुमार दास ने मुफस्सिल थाने में दिए गए अपने आवेदन में कहा था कि बैंक की फील्ड ऑफिसर प्रीति सिंह और पूर्व लेखापाल द्वारा नियमों को दरकिनार करते हुए अपने पिता और रिश्तेदारों के नाम पर कुल 60 खाते खोले गए हैं.
इस मामले में प्रीति सिंह, विजय कुमार, रिंकू कुमारी, उर्मिला सिंह, श्रवण कुमार सिंह, विवेक सिंह और शुभम कुमार सहित 7 के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई थी. सभी पर धारा 467, 468, 471, 409, 420/34 के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था. ऋण के नाम पर की गई थी पैसों की हेराफेरी
मामले की जांच में यह खुलासा हुआ था कि उत्तरप्रदेश के वाराणसी जिले के लालगंज के रहने वाले विवेक कुमार सिंह के 7 बैंक खाते, नालंदा के रहने वाले शुभम कुमार के नाम पर 14 बैंक खाते सहित ऐसे 60 खाते खोले गए थे. उसके बाद इन खातों पर ऋण और सही बैंक खाते के एफडी के पैसा को निकालने का मामला सामने आया था.
ऐसे में बैंक से 8 करोड़ रुपये से अधिक के फर्जी निकासी मामले पर बिहार सरकार के गृह विभाग ने अनुसंधान, पर्यवेक्षण और अन्य अपेक्षित कार्रवाई के लिए सीबीआई को शक्तियों और अधिकारिता के प्रयोग के लिए सहमती दी है.
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