Nawada Child Died: नवादा जिले के हिसुआ नगर के गांधी टोला मोहल्ला और प्रोफेसर कॉलोनी के समीप के तालाब के आस-पास के मोहल्लों में गुरुवार की रात से ही डायरिया फैल गया है. इस बीच शुक्रवार (30 अगस्त) को एक आठ वर्षीय बालक की मौत हो गई. वहीं लगभग 40 लोग डायरिया से पीड़ित हैं. बताया जा रहा है कि राजेश मांझी के आठ साल के बेटे की मौत डायरिया से हुई है.
अस्पताल में चल रहा लोगों का इलाज
इधर डायरिया से बीमार लोगों को गुरुवार की रात ही हिसुआ स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जबकि कई लोगों को नवादा सदर अस्पताल में इलाज कराया गया. इधर हिसुआ अस्पताल से चिकित्सकों की टीम डायरिया प्रभावित इलाके में पहुंची और लोगों का इलाज किया. टीम में शामिल चिकित्सा प्रभारी डॉ. शैलेंद्र कुमार, स्वास्थ्य मैनेजर अतुल राजू, स्वास्थ्यकर्मी नलिन शर्मा, डॉ. राजीव रंजन, जीएनएम उमा कुमारी आदि मरीजों के इलाज में जुटे हुए हैं.
'मौत की कोई पुष्टि नहीं हुई है'
गांधी टोला के लोगों से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात ही डायरिया फैला था. टोले के विकास कुमार, भीम कुमार, नंदनी कुमारी, कुणाल कुमार, प्रीति कुमारी, लाक्षो देवी, सोना देवी, भूषण मांझी, सुमन कुमार, टुन्नी देवी, रोहित कुमार, प्रमोद मांझी, सुरेश मांझी, बालक मांझी, जेहल मांझी सहित कई लोग डायरिया की चपेट में आकर बीमार हुए. एक के बाद एक कई लोगों के बीमार पड़ने से टोले में दहशत व्याप्त हो गई. हिसुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ शैलेंद्र कुमार ने कहा कि फिलहाल कोई मौत की पुष्टि की जानकारी हमें नहीं है और किसी ने हमें ऐसी जानकारी अभी नहीं दी है. अगर ऐसा होगा तो आगे की जांच की जाएगी.
क्या है डायरिया बिमारी?
डायरिया यानी अतिसार या दस्त एक पाचन से संबंधित समस्या है, जिसमें बार-बार पतला, पानी जैसा मल त्याग होता है. यह एक लक्षण है, न कि स्वयं एक रोग, और इसके कई संभावित कारण हो सकते हैं. डायरिया, जिसे हिंदी में दस्त या अतिसार कहा जाता है. यह एक लक्षण है, न कि स्वयं एक रोग, और इसके कई संभावित कारण हो सकते हैं. डायरिया आम तौर पर कुछ दिनों में ठीक हो जाता है, लेकिन यदि यह लंबे समय तक बना रहे या गंभीर हो, तो डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी होता है.
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