Bihar News: सुपौल में उफनाई नदी में नाव से निकाली गई प्रभातफेरी, बच्चों की जान जोखिम में डालकर सेल्फी ले रहे थे शिक्षक
Supaul Prabhatpheri: सुपौल के एक विद्यालय में आए शिक्षकों ने प्रिंसिपल से बिना पूछे ही बच्चों को नाव में बिठाकर प्रभातफेरी निकाल दी, जब इस प्रभातफेरी की खबर मिली तो शिक्षकों पर सवाल उठ गए.
Prabhatpheri Taken Out By Boat: सुपौल सदर प्रखंड के कोसी तटबंध के अंदर स्थित सितुहर पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सितुहर में 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस के मौके पर शिक्षकों ने छोटे-छोटे बच्चों के साथ नदी में नाव से प्रभात फेरी निकाली. ये प्रभातफेरी जब निकाली गई उस समय कोसी नदी अपने उफान पर थी, बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है.
प्रधानाध्यापक को नहीं थी इसकी जानकारी
बताया जाता है कि स्थानीय प्रशासन की अनुमती के बगैर जान जोखिम में डालकर कोसी नदी में नाव से प्रभातफेरी निकाली गई. इतना ही नहीं शिक्षक अपने मोबाइल से सेल्फी लेते हुए मगन दिखे. सबसे चिंताजनक बात यह है कि इस खतरनाक नदी में प्रभातफेरी निकालने के लिए न तो किसी विभागीय अधिकारी से अनुमति ली गई थी और न ही विद्यालय के प्रधानाध्यापक को इसकी जानकारी थी.
विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक सकलदेव प्रसाद ने बताया कि वह उस समय विद्यालय में झंडोत्तोलन की तैयारी में व्यस्त थे. इसी दौरान विद्यालय में आए नए शिक्षकों ने उनसे बिना पूछे ही बच्चों को नाव में बिठाकर प्रभातफेरी निकाल दी. जब उनसे पूछा गया कि क्या कोसी जैसी खतरनाक नदी में इस प्रकार की गतिविधि के लिए विभाग से अनुमति ली गई थी, तो उन्होंने स्वीकार किया कि किसी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी.
प्रभातफेरी की वीडियो आया सामने
प्रभातफेरी की जो वीडियो सामने आई है, उसमें साफ देखा जा सकता है कि एक नाव पर कई बच्चे और दो तीन शिक्षक सवार हैं. स्कूल के लड़के लड़कियां भी नाव पर मस्ती कर रहे हैं, साथ में शिक्षक भी नदी के बीचोबीच फोटो खिंचवा रहे हैं. हाथ में झंडे लिए बच्चे वंदे मातरम के नारे भी लगा रहे हैं. हालांकि ये घटना कोसी नदी के खतरनाक प्रवाह को देखते हुए गंभीर सवाल खड़े करती है और बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन की जिम्मेदारियों पर भी सवाल उठाती है.
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