पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मंगलवार (15 अगस्त) को गांधी मैदान में झंडा फहराने के बाद अपने संबोधन में नियोजित शिक्षकों को लेकर बड़ी बात कही है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार अगले साल तक 10 लाख सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य पूरा कर लेगी. उन्होंने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी होने के बाद नियोजित शिक्षकों के संबंध में निर्णय लिया जाएगा.


सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि जैसे पहले सब चीज सरकारी होता था इस बार भी सरकारी तौर पर फिर कर देंगे. सीएम ने कहा- "आज ही के दिन हम कह देते हैं कि ये बहाली हो जाने दीजिए. इसके बाद बाकी लोग भी हैं तो उनके लिए भी उनके हित में बेहतर करने के लिए हम लोग कुछ काम कर देंगे कि सब सरकार से जुड़ जाएंगे. ये काम हम लोगों के मन में है. इसके बाद बाकी सब लोगों से बात करेंगे. अभी देखा जा रहा है." बता दें कि बीपीएससी से शिक्षकों की बहाली होनी है. इसी बहाली की चर्चा करते हुए नियोजित शिक्षकों को नीतीश ने आश्वासन दिया.


नीतीश बोले- गायब रहिएगा तो कार्रवाई होगी


सरकारी स्कलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों से मुख्यमंत्री ने कहा- "हम सब से आग्रह करते हैं कि पढ़ाइए ठीक से, जो पढ़ाएंगे नहीं और जब गायब रहेंगे तो कार्रवाई होगी. पढ़ाइएगा तो सरकारी तौर पर भी आगे करवाने का हम सोचेंगे. हम लोगों के दिमाग में ये बात है कि करेंगे. इसलिए सब लोग मिलकर के बच्चों को पढ़ाइए. यह बेहद जरूरी है. आज कल देख रहे हैं न पहले कितने कम बच्चे पढ़ते थे और आज संख्या बढ़ रही है."


अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि 10 लाख नौकरी और 10 लाख रोजगार का एलान किया गया था. इस साल इस क्षेत्र में बहुत काम हुआ है. अगले साल तक यह काम पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अभी तक एक लाख से ज्यादा लोगों को सरकारी नौकरी मिल चुकी है. तीन लाख से ज्यादा पदों के लिए नियुक्तियों का सृजन हो चुका है. दो लाख से ज्यादा पदों पर नियुक्तियां सृजन प्रक्रियाधीन है.


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