Bihar CM Nitish Kumar: ललन सिंह OUT... नीतीश इज बैक! 5 चैलेंज से क्रैक होगा 'मिशन 2024' का सफर?
Nitish Kumar JDU National President: ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर सियासी गलियारे में जितने लोग उतनी तरह की बातें हो रही हैं. समझिए आगे की रणनीति क्या होने वाली है.
पटना: जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से शुक्रवार (29 दिसंबर) को दिल्ली में ललन सिंह (Lalan Singh) ने इस्तीफा दे दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) अब जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद संभालेंगे. नीतीश कुमार ने यह जिम्मेदारी ले ली है लेकिन उनके सामने अब एक दो नहीं बल्कि कई चुनौतियां होंगी. एक तरफ पार्टी तो दूसरी ओर 2024 में होने वाला लोकसभा चुनाव है. जानिए 5 बड़े चैलेंज जिसके बिना 'मिशन 2024' क्रैक करना आसान नहीं है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नीतीश कुमार के सामने ये 5 चैलेंज
- जेडीयू नेताओं की आरजेडी-बीजेपी में शामिल होने की चर्चा के बीच पार्टी को बचाना
- बिहार की राजनीति में अपनी स्थिति मजबूत करना.
- खुद को एक मजबूत राष्ट्रीय नेता के तौर पर पेश करना.
- जेडीयू का राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करना.
- पार्टी के भविष्य के लिए रोड मैप बनाना.
...और भी कई कारण जिसकी हो रही चर्चा
ललन सिंह के इस्तीफे को लेकर सियासी गलियारे में जितने लोग उतनी तरह की बातें हो रही हैं. चर्चा है कि नीतीश कुमार अपनी पार्टी को अपने पास पूर्ण नियंत्रण में रखना चाहते हैं. इससे पहले ललन सिंह से कई मुद्दों पर असहमति भी दिखी थी. ऐसा उस दिन ज्यादा देखने को मिला जब 19 दिसंबर को दिल्ली में इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक थी. उसमें ममता बनर्जी ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में नाम आगे किया था. उस वक्त लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव और ललन सिंह ने भी बीच में कुछ नहीं कहा था. इसके अलावा ललन सिंह की आरजेडी से नजदीकी रिश्ते की ज्यादा चर्चा हो रही है.
दूसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बने नीतीश कुमार
बता दें कि 2003 में समता पार्टी और लोक शक्ति पार्टी का विलय होकर जनता दल यूनाइटेड का निर्माण हुआ था. उस वक्त से जनता दल यूनाइटेड में आज पांचवीं बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दूसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हैं. सबसे पहले 2003 से 2016 तक 13 साल शरद यादव जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे थे. इसके बाद 2016 से 2020 तक नीतीश कुमार राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. 2020 से जुलाई 2021 तक आरसीपी सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. 2021 से 29 दिसंबर 2023 तक राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष बने रहे. शुक्रवार को उनके इस्तीफे के बाद अब कमान नीतीश कुमार के हाथ में है.
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