पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant) ने कहा कि आज कल दुनिया में नई व्यवस्था हो गई है अमेज़न और फ्लिपकार्ट. दुकान पर नहीं जाना पड़ता है. मोबाइल में देखकर बटन दबाइए और सामान आपके घर पर. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) इंजीनियर हैं. उन्होंने सोचा कि वह अमेज़न से भी बढ़िया होम डिलीवरी की व्यवस्था कराएंगा इसलिए शराब की दुकान बद करा दी और होम डिलीवरी शुरू हो गई. 100 रुपये की शराब घर-घर 400 रुपये में आ रही है. प्रशांत किशोर ने पद यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही.


पीके ने लोगों से कहा कि बिहार को हर साल 20 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. अगर 20 हजार करोड़ मिलता तो स्कूल और अस्पताल बनता, लेकिन पूरे राज्य में नीतीश कुमार की शराबबंदी ने शराब माफिया को खड़ा कर दिया है. अब ये हो रहा है कि सारे अधिकारी इसी में लगे हैं कि कैसे शराबबंदी में किसको पकड़ें कि कमाई हो. किसको पकड़ें और किसको छोड़ दें. 


'भुगतना आपको और आपके बच्चे को पड़ेगा'


प्रशांत किशोर ने कहा- "मैं नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी का उदाहरण क्यों दे रहा हूं, मुझे उनसे मतलब नहीं है. उदाहरण इसलिए दे रहा हूं कि जैसा वोट दीजिएगा उसका परिणाम आपको और आपके बच्चों को भुगतना पड़ेगा." कहा कि लोग कह रहे हैं कि सब समझ आ रहा है लेकिन बिहार में विकल्प नहीं था. तो मैं बता रहा हूं कि मेरे विकल्प बनाने से नहीं होगा. मुझ पर भरोसा करने से नहीं होगा. बिहार में जनता नहीं जागेगी तब तक कुछ नहीं होगा.


प्रशांत किशोर ने कहा कि जो मंच पर खड़ा होता है वह यही कहता है कि भरोसा करिए. हम भी कहने आए हैं. हम को वोट दीजिए तो सुधरेगा, लेकिन यह जान लीजिए कि कुछ नहीं सुधरेगा. क्योंकि एक आदमी बिहार को नहीं सुधार सकता है. यह कब सुधरेगा जब आप ये तय करेंगे कि अगली बार नीतीश, मोदी और प्रशांत किशोर को नहीं बल्कि वोट उसे पड़ेगा जो बच्चे के लिए स्कूल बनवाए. रोजी-रोटी और रोजगार के लिए काम करे. 


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