Heat Wave In Bihar: बिहार में भीषण गर्मी को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार (31 मई) को सभी जिलाधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए हैं. भीषण गर्मी और भयंकर लू की आपदाजनक स्थिति को देखते हुये मुख्यमंत्री ने डीएम से आवश्यक कदम उठाने को कहा है. सीएम ने निर्देश देते हुए कहा है कि सभी जिलों के संवेदनशील स्थानों पर पीने के पानी के टैंकर पर्याप्त संख्या में रखे जाएं. 


सीएम नीतीश ने जारी किए दिशा निर्देश


सीएम ने जारी अपने निर्देश में कहा है कि भीषण गर्मी और लू से बचने के लिये लोगों को उचित सावधानी बरतने की सलाह देते हुए माइकिंग की व्यवस्था की जाए. सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों सहित अनुमंडल एवं सदर अस्पतालों में जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं पूरी तरह से तैयार रखें. गांव हो या शहर सभी जगहों पर निर्बाध रूप से बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. 


बता दें कि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक हीटवेव से अब तक बिहार में 14 लोगों की मौत हो गई है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट इससे भी ज्यादा है. इस बीच पटना के डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने लोगों को सलाह दी है कि फूल स्लीव की शर्ट और गमछा बांध कर घर से निकलें, धूप में खड़े रहने के समय टोपी पहने या माथे को ढकें पर्याप्त पानी पीते रहें.


आईजीआईएमएस के अधीक्षक ने दी ये सलाह


वहीं पटना आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल ने कहा कि बाहर निकलने के पहले संतुलित मात्रा में पानी पीकर निकलें. बच्चे बूढ़े खास तौर पर अपना ख्याल रखें. किडनी के पेशेंट डॉक्टर के कहे अनुसार पानी लें. गर्मी के कारण ब्रेन स्ट्रोक हो रहा है. एसी से निकलने के पहले टेम्परेचर मेंटेन करें. बीपी शुगर की नियमित दवा लें. 


दरअसल बिहार में पड़ रही भीषण गर्मी ने अब आपदा का रूप ले लिया है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो अब तक 40-45 लोगों की मौत विभिन्न जिलों में हुई है, जिनमें आम आदमी से लेकर मतदानकर्मी और पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. भीषण गर्मी का अहसास सरकार को तब हुआ, जब बीते दिनों एक साथ बिहार के कई जिलों के शिक्षक और बच्चे बेहोश हो गए. तकरीबन हर जिले से ऐसी ही खबर आने लगी. आनन-पानन में स्कूल को 8 जून तक के लिए बंद कर दिया गया. राहत और बचाव कार्य शुरू किए गए.


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