ये क्या हुआ? चिराग पासवान के पहुंचने से पहले शो खत्म, दही-चूड़ा खाए बिना LJPR कार्यालय से निकले सीएम नीतीश
Makar Sankranti: चिराग पासवान की ओर से आयोजित चूड़ा-दही भोज में सीएम नीतीश कुमार टाइम से पहले ही पहुंच गए. सीएम ने रामविलास के चित्र पर पुष्प अर्पित किए. 5 मिनट रुके फिर चल दिए.
CM Nitish kumar: पटना में को मकर संक्रांति पर 14 जनवरी को चिराग पासवान की ओर से आयोजित चूड़ा-दही भोज में चिराग के आने के पहले ही सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) पहुंच गए. उस समय वहां सिर्फ लोजपा (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी मौजूद थे. नीतीश कुमार ने रामविलास पासवान के चलचित्र पर पुष्प अर्पित किया. 5 मिनट रुके और फिर चल दिए, जबकि चिराग की पार्टी की ओर से जानकारी दी गई थी कि मकर संक्रांति पर दही-चूड़ा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री का आगमन 12 बजे होगा. वह लोजपा रामविलास के कार्यालय 1व्हीलर रोड 12 बजे आएंगे.
टाइम से पहले पहुंच गए सीएम नीतीश
सीएम नीतीश के इस तरह अचानक टाइम से पहले पहुंचने को लेकर लोग हैरान हैं. चिराग पासवान नीतीश के निकलते तक भी पार्टी कार्यालय नहीं पहुंच पाए. मकर संक्रांति पर नीतीश कुमार LJPR के दफ्तर तो पहुंचे, लेकिन चिराग पासवान से मुलाकात नहीं हो पाई. चिराग पासवान से बिना मिले ही वो लौट गए.
दरअसल मकर संक्रांति के अवसर पर आज 14 जनवरी को बिहार में सियासी दिग्गजों के यहां दही-चूड़ा भोज का आयोजन है. इसी साल बिहार विधानसभा चुनाव भी है. ऐसे में सियासी दलों के जरिए चूड़ा दही भोज के दौरान सियासी समीकरणों को सेट करने की कोशिश की जाएगी. चिराग पासवान ने भी पार्टी दफ्तर में चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया है, जिसमें लोजपा रामविलास के नेताओं के अलावा एनडीए से बीजेपी, जदयू, हम, आरएलएम नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है.
नीतीश कुमार के मन में क्या है?
मकर संक्रांति पर नीतीश कुमार का एकाएक आना और चिराग का मौजूद ना रहना और नीतीश का तुरंत लौट जाना कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं. वैसे कहा जाता है कि नीतीश कुमार को समझना बड़ा मुश्किल है. उनके मन में क्या है और वो कब क्या फैसले कर लेंगे, नहीं कहा जा सकता. इसे लेकर अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा भी तेज हो गई है.
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