Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2025 में एनडीए का नेतृत्व करेंगे या नहीं इसको लेकर लगातार गठबंधन के नेताओं के बयान सामने आ रहे हैं. बीजेपी की बिहार इकाई के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बुधवार (18 दिसंबर) को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) राज्य में 2025 का विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा.


सबसे बड़ा सवाल है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व को लेकर क्यों सवाल उठा है? दरअसल एक निजी समाचार चैनल के साथ साक्षात्कार के दौरान बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीधा जवाब देने से उस समय परहेज किया था जब उनसे यह पूछा गया था कि क्या राजग बिहार में महाराष्ट्र जैसी रणनीति अपनाएगा जहां वह मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार घोषित किए बिना चुनाव में उतरा और भारी जीत हासिल की? अमित शाह ने कहा था, "हम एक साथ बैठेंगे और इस मुद्दे पर निर्णय लेंगे. एक बार जब हम निर्णय ले लेंगे, तो हम आपको बताएंगे."


…और तेज हो गईं अटकलें


अमित शाह के इस जवाब से यहां (बिहार) के राजनीतिक हलकों में नीतीश कुमार के भाग्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं जो करीब दो दशकों से मुख्यमंत्री पद पर आसीन हैं. हालांकि इस बारे में दिलीप जायसवाल से पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख के रूप में मैं आपको बता सकता हूं कि हमें 2025 में नीतीश कुमार को नेता मानकर राजग की जीत के लिए काम करने के निर्देश दिए गए हैं. अमित शाह के बयान को उचित संदर्भ में देखा जाना चाहिए."


'कभी भी किसी व्यक्ति द्वारा नहीं लिया जाता निर्णय'


नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में मंत्री जायसवाल ने कहा, "नेतृत्व पर निर्णय एक ऐसी चीज है जिसे लेने के लिए मैं प्रदेश अध्यक्ष होने के बावजूद सक्षम नहीं हूं. पार्टी का संविधान कुछ ऐसा है जिसका शाह जैसे शीर्ष नेता भी पालन करते हैं, इसलिए उन्होंने ऐसे मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करने का फैसला किया. कभी भी किसी व्यक्ति द्वारा निर्णय नहीं लिया जाता है."


इस बीच 'इंडिया' गठबंधन के एक घटक दल भाकपा (माले) लिबरेशन ने कहा कि नीतीश कुमार को बीजेपी के "विश्वासघाती चरित्र" के खिलाफ सतर्क रहने की जरूरत है. बिहार विधानसभा में भाकपा (माले) विधायक दल के नेता महबूब आलम ने दावा किया, "नीतीश कुमार को बीजेपी ने बंधक बना लिया है. वह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और अररिया से बीजेपी सांसद प्रदीप सिंह के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सके. दोनों ने हाल ही में भड़काऊ भाषण दिए थे."


यह पूछे जाने पर कि क्या 'इंडिया' गठबंधन नीतीश कुमार का स्वागत करेगा? इस पर वामपंथी नेता ने कहा, "हम उस संदर्भ में नहीं सोच रहे हैं. मैं सिर्फ नीतीश कुमार को एक सलाह दे रहा हूं जो अपनी सारी विश्वसनीयता खोने का जोखिम उठा रहे हैं."


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