पटना: बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) के आजादी वाले बयान के बाद बिहार में एक नया विवाद छिड़ गया है. सम्राट चौधरी ने रविवार (27 अगस्त) को एक कार्यक्रम में कहा था कि 1947 की स्वतंत्रता को वह मानने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण की संपूर्ण क्रांति के बाद 1977 में गठित सरकार से ही सही मायनों में देश को आजादी मिली. इस विवादित बयान पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की भी प्रतिक्रिया आई है.
सीएम नीतीश कुमार ने सम्राट चौधरी के इस बयान पर सोमवार (28 अगस्त) को मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि हम उन लोगों की किसी बात पर ध्यान ही नहीं देते हैं. आजादी कब मिली ये मालूम नहीं है? जिसको आजादी की बात के बारे में मालूम नहीं है इसका मतलब ये कितना अपराध है. छोड़िए न उन सब चीजों को, उन सबकी की कोई वैल्यू है.
'तुलसी के राम' कार्यक्रम में बोले सम्राट चौधरी
बता दें कि रविवार को पटना में 'तुलसी के राम' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. यहीं मंच से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी संबोधित कर रहे थे. मौके पर केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे भी थे. पगड़ी बांध कर चलता हूं. मैं भगवान राम का वंशज हूं. मैं उस दिन पगड़ी खोलूंगा, सीएम जब नीतीश कुमार को गद्दी से हटाउंगा. सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार का पड़ोसी यूपी आगे बढ़ गया है. यूपी में राम मंदिर बन गया. बिहार के सीतामढ़ी में भी मैया सीता का भव्य मंदिर बनाना है. काम चल रहा है, लेकिन राज्य सरकार अपने अपने हिसाब से काम करती है. प्रदेश को पलटू सरकार मिल गई है.
सम्राट चौधरी के अब आजादी वाले बयान पर ही प्रदेश में सियासत गर्म हो गई है. महागठबंधन सरकार के नेता सम्राट चौधरी पर हमलावर हैं. तीखी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. नीतीश कुमार के साथ आरजेडी और जेडीयू के अन्य नेताओं ने सम्राट चौधरी के ज्ञान पर सवाल उठाए हैं.
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