पटना: जनता दल (यू) नेता नीतीश कुमार को औपचारिक रूप से अपना नेता चुनने के लिए रविवार को दोपहर साढ़े 12 बजे राजग विधायक दल की संयुक्त बैठक होगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर शुक्रवार को बिहार में राजग के चार घटक दलों - जद (यू), बीजेपी, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (एचएएम) और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेताओं की एक ‘‘अनौपचारिक’’ बैठक में यह फैसला किया गया.


बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. कैबिनेट की बैठक में विधानसभा भंग करने की सिफारिश के बाद उन्होंने अपना त्यागपत्र बिहार के राज्यपाल को दिया है. अगले विधानसभा के मंत्रीमंडल के लिए एनडीए में मंथन चल रहा है. कैबिनेट पर विचार की बात करें तो इस बारे में दीपावली के बाद से गठबंधन में आम सहमती से अगले सदन का नेता चुना जाएगा.


कुमार ने पत्रकारों से कहा, ‘‘बैठक 15 नवम्बर, रविवार को साढ़े 12 बजे होगी, जहां सभी बाकी निर्णय लिए जाएंगे.’’ उन्होंने कहा कि मौजूदा राज्य मंत्रिमंडल आज शाम अपनी आखिरी बैठक करेगा, जहां विधानसभा भंग करने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा. मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 29 नवम्बर को समाप्त हो रहा है.


उन्होंने कहा, ‘‘नई सरकार के गठन से पहले यह औपचारिकताएं पूरी की जानी है. मंत्रिमंडल के सुझावों को राज्यपाल के पास भेजा जाएगा, जिनकी अनुमति के बाद ही नई सरकार के गठन के संबंध में अन्य कदम उठाए जाएंगे.’’



बिहार विधानसभा चुनाव में राजग में शामिल दलों में बीजेपी द्वारा सबसे अधिक 74 सीटें जीतने के बावजूद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित भगवा दल के वरिष्ठ नेताओं ने कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाए जाने पर जोर दिया है. चुनाव प्रक्रिया के शुरू होने से काफी पहले उन्होंने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद का सत्तारूढ़ गठबंधन का उम्मीदवार घोषित कर दिया था.


कुमार ने हालांकि अपने आवास पर बैठक में क्या चर्चा हुई इसकी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी, लेकिन सूत्रों ने बताया कि मंत्रिमंडल में हर घटक के प्रतिनिधि को शामिल किए जाने और विधानसभा के नए अध्यक्ष के चुनाव के संबंध में चर्चा की गई.


ऐसी अटकलें हैं कि बीजेपी एक ईबीसी (अति पिछड़ी जाति) या दलित को उप मुख्यमंत्री बना सकती है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी को बदलने पर जोर दिया जाएगा या नहीं.