नालंदा: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक बार फिर कह दिया है कि चुनाव कभी भी हो सकता है. उन्होंने कहा कि यह कोई जरूरी नहीं है कि चुनाव समय पर हो, केंद्र वाले पहले भी कर सकते हैं. यह बात हम सात-आठ महीने से कह रहे हैं कि यह लोग पहले भी लोकसभा चुनाव कर सकते हैं. सीएम नीतीश ने मंगलवार (29 अगस्त) को नालंदा में मीडिया से बात करते हुए यह बयान दिया है.


वहीं जातीय गणना को लेकर केंद्र की ओर से सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को हलफनामा दायर करने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोगों ने जाति आधारित गणना की बात कही थी. जनगणना कराना केंद्र का काम है. जातीय गणना का करीब-करीब काम पूरा हो गया है. हम लोग बराबर यह मांग कर रहे थे. जब केंद्र ने नहीं किया तब हमने बिहार में शुरू करवाया.


नीतीश कुमार ने कहा कि जाति गणना के साथ-साथ उनकी आर्थिक स्थिति का भी जायजा लिया जा रहा है. हर जाति के विकास के लिए काम किया जाएगा. हम लोग राज्य के विकास के लिए जातीय गणना करवा रहे हैं.


सीएम ने कहा- 'हमारा मकसद सबको एकजुट करना'


'इंडिया' गठबंधन की मुंबई में होने वाली बैठक पर नीतीश कुमार ने कहा कि मैंने पहले ही कह दिया है कि मुझे कोई पद नहीं चाहिए. कल (सोमवार, 28 अगस्त) ही मैंने बोला है. मेरी व्यक्तिगत कोई इच्छा नहीं है. हमारा मकसद है कि सब लोग एकजुट हों.


बता दें कि सिलाव प्रखंड अंतर्गत नालंदा खुला विश्वविद्यालय भवन का मंगलवार को नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया. 116.65 करोड़ की लागत से यह दस एकड़ में बना है. नालंदा खुला विश्वविद्यालय के उद्घाटन पर नीतीश कुमार ने कहा कि  बहुत ही सुंदर भवन बनकर तैयार है. पहले पटना में छोटी से जगह में चल रहा था. यहां भी आकर कोई पढ़ना चाहे तो उनके लिए भी व्यवस्था की गई है.


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