पटना: कोरोना संक्रमण का खतरा अभी पूरी तरह टला नहीं है, बावजूद इसके लोगों ने एहतियात बरतने कम कर दिए हैं. लोगों की लापरवाही को देखते हुए और सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स का पालन सख्ती से कराने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. राजधानी पटना में भी डीएम ने आदेश जारी करते हुए गोपनीय जांच करने के निर्देश दिए हैं. खासकर वैसे लोगों का जो यात्री बस या फिर तीन पहिया वाहनों से सफ़र करते हैं, उनकी रैंडम जांच की जाएगी.
शहर में बसों और तीन पहिया वाहनों में कोविड गाइडलाइन का पालन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच के साथ ही सार्वजनिक स्थानों की भी गोपनीय पड़ताल कराई जा रही है. इसके लिए स्पॉट और अफसर दोनों चिन्हित कर दिए गए हैं. अफसरों की जांच रिपोर्ट के बाद पटना में कोरोना से सुरक्षा को लेकर सख्ती बढ़ाई जा सकती है.
डीएम के आदेशानुसार यह तय किया गया है कि यात्री बसों और तीन पहिया वाहनों में यात्रा कर रहे यात्रियों के मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंस का पालन करने की जांच की जाएगी. बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट जैसे भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर दो गज की दूरी का अनुपालन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच-पड़ताल भी कराई जाए. गोपनीय आदेश में यह भी कहा गया है कि इसके लिए उच्च स्तरीय आदेश प्राप्त हुआ है, इसी क्रम में आज विशेष जांच टीम को लगाया जा रहा है.
गोपनीय शाखा से जारी हुआ आदेश
गोपनीय शाखा से जारी हुए आदेश में कहा गया है कि कोविड 19 संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है. ऐसे में इसके प्रोटोकॉल का अनुपालन सख्ती से कराया जाए. इसी क्रम में यह तय किया गया है कि यात्री बसों और तीन पहिया वाहनों में यात्रा कर रहे यात्रियों के मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंस का पालन करने की जांच की जाएगी. सार्वजनिक स्थानों पर दो गज की दूरी का अनुपालन हो रहा है या नहीं, इसकी जांच-पड़ताल कराई जाए. गोपनीय आदेश में यह इंगित किया गया है कि इसके लिए उच्च स्तरीय आदेश प्राप्त हुआ है, इसी क्रम में 11 जनवरी को विशेष जांच टीम को लगाया जा रहा है.
बताते चलें कि पटना में जो 6 स्पॉट जांच के लिए चिन्हित किये गए हैं उनमें पटना जंक्शन रेलवे स्टेशन, मीठापुर बस स्टैंड, कारगिल चौक, सगुना मोड़, राजेंद्र नगर पुल ओवर ब्रिज के नीचे, अगमकुआं बड़ी पहाड़ी मोड़, शामिल हैं. यहां अधिकारियों को तैनात कर दिया गया है. इतना ही नहीं जांच के बाद सभी अधिकारियों को डीएम को रिपोर्ट भी सौंपनी होगी.