Congress And JDU Leader Statement: बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव है. आज नए साल 2025 का पहला दिन है. आरजेडी ने जगह-जगह पोस्टर लगाया है. नए वर्ष पर आरजेडी ने यंग सरकार का वादा किया है. पोस्टर में तेजस्वी की तस्वीर है, लिखा है- आओ चलें तेजस्वी संग, सरकार बनेगी अबकी यंग, लेकिन सवाल उठ रहा है कि क्या यह आरजेडी का एकला चलो का इशारा भी है? क्या यंग सरकार के पोस्टर में सहयोगी दलों से किनारा किया गया है?
आरजेडी के पोस्टर से कांग्रेस वामदल गायब
दरअसल महागठबंधन में आरजेडी कांग्रेस वामदल हैं. पोस्टर में सहयोगी दलों का कोई जिक्र नहीं किया गया है. पोस्टर में लिखा है- नया साल है नई उमंग, आओ जुड़ें राजद संग सरकार बनेगी वादों सांग, सौगातें मिलेंगी रंग बिरंग, 2500 रुपया माई बहिन को, 1500 रुपया बुजुर्ग अभिभावकों को, युवाओं को मिलेगा रोजगार, मुफ्त 200 यूनिट बिजली मिलेगी. बता दें कि तेजस्वी ने ऐलान किया है कि सरकार बनने पर हर गरीब महिलाओं को माई बहिन मान योजना के तहत 2500 रुपया हर महीने देंगे. उसका जिक्र यहां पोस्टर में किया गया है. जितने वादे तेजस्वी कर रहे हैं, सब का जिक्र यहां पोस्टर में है. पोस्टर में लालू राबड़ी देवी की भी तस्वीर है.
अब आरजेडी के इस पोस्टर पर कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया आई है. विधानमंडल दल के नेता शकील अहमद खान ने कहा कि हर आदमी के बुद्धि विवेक पर चीजें चलती हैं. हम कांग्रेसी बड़े दिल के लोग हैं. राहुल गांधी की मेहनत है. बीजेपी से लड़ाई में कांग्रेस अपनी लकीर खींचती जा रही है. कौन दल अपनी राग अलाप रहा है यह हम नहीं देख रहे हैं. हम लोग यह मानते हैं कि हम लोग महागठबंधन में हैं. महागठबंधन के सहयोगी दलों की साझा मीटिंग होनी चाहिए. 2020 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस महागठबंधन में 70 सीटों पर लड़ी थी. इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं. 70 से ज्यादा सीटें हमें चाहिए. आरजेडी की माई-बहिन मान योजना महागठबंधन का ऐलान नहीं. इंडिविजुअल पार्टी का ऐलान है.
आरजेडी पोस्टर पर जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने नए साल और चुनावी वर्ष में तेजस्वी के तरफ से पोस्टर के जरिए महागठबंधन के दलों को सीधा संदेश दे दिया गया है. जब तेजस्वी की ब्रैंडिंग के लिए लालू-राबड़ी को दरकिनार किया जा सकता है तो फिर कांग्रेस वाम दल की क्या किया हैसियत है? सहयोगी दलों को हमेशा दरकिनार कर RJD ने स्पष्ट किया है महागठबंधन में सिर्फ आरजेडी का दबदबा है. वैसे तेजस्वी कुछ भी कर लें चुनाव में कोई फायदा नहीं होगा.
मंदिर मस्जिद का मामले पर क्या बोले जेडीयू नेता
पाञ्चजन्य संपादकीय पर उन्होंने कहा कि मंदिर मस्जिद का मामला देश के विकास से एक अलग मामला है. आस्था का विषय है. हर किसी को अधिकार होता है कि अपने धर्म के हिसाब से अपनी आस्था रखे. वहीं केरल के सीएम के विवादित बयान को उन्होंने बहुत दुर्भावनापूर्ण बताया है. जाति धर्म को टारगेट करके बयान नहीं देना चाहिए. जाति धर्म से ऊपर उठकर संविधान है. संविधान में सबको बराबर का अधिकार दिया गया है. उनका बयान दिखा रहा है कि वह मानसिक रूप से दिवालिया हो गए हैं.
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