पटना: देश में लंबे इंतजार के बाद अब कोरोना के वैक्सीन को लेकर उम्मीद जगी है. बिहार में कोरोना वैक्सीन को लेकर ड्राई रन हो चुका है. मगर इस बीच इस पर राजनीति भी शुरू हो गई है. बिहार में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहला वैक्सीन टीका लगवाकर संशय दूर करने की मांग की है. कांग्रेस नेता के बयान पर भाजपा ने भी पलटवार किया है. कांग्रेस के विधायक अजीत शर्मा ने सोमवार को कहा, "जिस तरह अमेरिका और रूस में राष्ट्राध्यक्षों ने कोरोना का वैक्सीन पहले लगवाया, उसी तरह हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पहले खुद कोरोना वैक्सीन लगवाना चाहिए. वैक्सीन को लेकर लोगों में जो संशय है, उसे दूर करना चाहिए."


कांग्रेस को पाकिस्तान पर भरोसा है- बीजेपी


कांग्रेस के नेता हालांकि इसका श्रेय लेने से भी नहीं चूके. कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में ही सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक देश में स्थापित हुई थी, इसलिए कांग्रेस को धन्यवाद दिया जाना चाहिए. उन्होंने भाजपा को इस पर राजनीति न करने की भी सलाह दी. कांग्रेस के इस बयान के बाद भाजपा ने हालांकि पलटवार करने में देर नहीं की. भाजपा के प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा कि कोरोना काल में कांग्रेस पूरी तरह नदारद थी, लेकिन जब वैक्सीन आया है तो अब वे उस पर सवाल उठा रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, "भारत में बने वैक्सीन और भारत के वैज्ञानिकों पर इनको कोई भरोसा नहीं है. कांग्रेस को पाकिस्तान पर भरोसा है. पाकिस्तान में वैक्सीन का ईजाद होता, तो कांग्रेस यह सवाल नहीं उठाती."


इधर, पूर्व मंत्री और विधान पार्षद नीरज कुमार ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि कोरोना से लेकर पूरा देश परेशान था, आज जब कोरोना का वैक्सीन आ गया है, तो कांग्रेस अपने ही वैज्ञानिकों पर सवाल उठा रही है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में वैक्सीन का विरोध करना और उस पर राजनीति करना यही प्रदर्शित करता है कि कांग्रेस के नेता 'राजनीतिक कोरोना' के शिकार हो गए हैं.


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