सुपौल: बिहार के सुपौल जिले के किसनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ हुई मारपीट से नाराज जिले के डॉक्टरों और अस्पतालकर्मियों ने सोमवार को भी किसनपुर पीएचसी में चिकित्सा सेवा ठप रखा. डॉक्टर की पिटाई के बावजूद इस मामले में किसनपुर थाना में दोनों ओर से मामला दर्ज कराया गया है.
दोनों ओर से दर्ज कराया गया है मामला
एक ओर डॉक्टर पर एससी-एसटी एक्ट और छेड़खानी का मामला दर्ज कराया गया है. वहीं, दूसरी ओर डॉक्टर की ओर से अस्पताल के मैनेजर के आवेदन पर किसनपुर थाना में एनजीओ चौहान एजुकेशन सोसायटी के पेटी कॉन्ट्रेक्टर अमर कुमार यादव उर्फ ललटू यादव पर मामला दर्ज कराया गया है.
आउट सोर्सिंग में अनियमितता का हुआ खुलासा
इस घटना के बाद एक बार फिर अस्पताल में चल रहे आउट सोर्सिंग के गौरखधंधे का खुलासा हुआ है. दरअसल, 2015 में तीन सालों के लिए किसनपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के आउट सोर्सिंग का टेंडर चौहान एजुकेशन सोसायटी को मिला था. इसके साथ ही अन्य एनजीओ को भी जिले के विभिन्न अस्पतालों में आउट सोर्सिंग का काम मिला था. लेकिन 2018 में टेंडर की अवधि पूरी हो गयी, इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने टेंडर जारी नहीं किया था.
जांच में जुटी पुलिस
इधर, स्वास्थ्य विभाग के टेंडर के बिना ही जिला स्वास्थ्य समीति और एनजीओ का गौरखधंधा फलने फूलने लगा. इसी क्रम में जब नए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने दबंग पेटी कॉन्ट्रेक्टर का फर्जी बिल साइन करने से इनकार कर दिया तो उसने उनकी पिटाई कर दी. इस घटना के बाद मामला उजागर हुआ तो अब पुलिस जांच करने में जुट गई है.
इस बाबत डीएम महेंन्द्र कुमार ने बताया कि जल्द ही टेंडर की कार्रवाई शुरु की जायेगी और जिले में एनजीओ द्वारा जारी अनियमितता की जांच भी की जायेगी.
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