पटना: बिहार में धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण के प्रसार की रफ्तार पर ब्रेक लगता दिख रहा है. रोजाना कोरोना मरीजों की संख्या में आ रही गिरावट राहत देने वाली है. इसी क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि कोरोना के मौजूदा स्थिति को देखते हुए कोरोना जांच की संख्या को और बढ़ाया गया है. अब राज्य में 01 लाख 25 हजार से अधिक जांच रोज किया जा रहा है. वहीं, कोरोना मरीज की संख्या में भी रोज कमी भी आ रही है.
राज्य सरकार रख रही का ध्यान
उन्होंने कहा, " कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए 05 मई से 15 मई, 2021 तक बिहार में लॉकडाउन लगाया गया. 13 मई को सहयोगी मंत्रीगण और पदाधिकारियों के साथ बिहार में लागू लॉकडाउन की स्थिति की समीक्षा की गई और लॉकडाउन को 16 से 25 मई, 2021 तक विस्तारित करने का निर्णय लिया गया. जब से लॉकडाउन लागू किया गया है, सरकार सभी का ध्यान रख रही है. किसी की उपेक्षा नहीं की गई है."
सबको खाना खिलाना हमारा लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा, " राज्य के सभी 38 जिलों में 432 सामुदायिक किचन चलाये जा रहे हैं. हमने सामुदायिक किचन को विस्तारित करते हुए हर प्रखंड में सामुदायिक किचेन खोलने का निर्देश दिया है ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद इसका लाभ उठा सकें. सरकार की मंशा है कि लॉकडाउन में मजदूर, निर्धन और जरूरतमंदों को दोनों वक्त शुद्ध भोजन मिले और कोई भूखा न रहे."
नीतीश कुमार ने बताया कि कोरोना मरीज जो घर पर आइसोलेशन में रहकर इलाजरत हैं, उनके शरीर का तापमान और ऑक्सीजन स्तर नियमित तौर पर स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की ओर से चेक किए जाने की शुरूआत की गई है. जिन मरीज का ऑक्सीजन स्तर कम होगा, उनका डॉक्टरों की निगरानी में इलाज कराया जाएगा और जरूरत पड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा.
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