पटना: बिहार में कोरोना से कुल 14 लोग संक्रमित हैं. बीते 24 घंटे में सूबे में एक भी कोविड केस सामने नहीं आए हैं. पीआईबी बिहार के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार बीते 24 घंटे में कोरोना के कुल 50 हजार 160 सैंपल की जांच की गई है जिसमें सभी नेगेटिव रहे हैं. सबसे ज्यादा कोरोना के मामले गया में हैं. गया में कुल 12 केस हैं. वहीं एक-एक दरभंगा और गया में हैं. उधर. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी तेज कर दी है. बिहार सरकार घर घर जाकर कोरोना का सर्वे कराएगी. जिनको सर्दी, खांसी या बुखार है. उनका टेस्ट होगा.
कोरोना को लेकर घबराएं नहीं सतर्क रहने की जरूरत
बुधवार की शाम स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में अहम बैठक हुई है. इस बैठक में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निर्देशक संजय कुमार सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे. इसके साथ ही सभी जिलों के सिविल सर्जन, मेडिकल कॉलेजों के हेड वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से जुड़े थे. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि कोरोना को लेकर लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. पटना में हुए बैठक में इस बात पर चर्चा हुई की जो मॉक ड्रिल हुआ उसमें किन इलाकों में हम लोग दुरुस्त हैं, कहां कमी दिखी. जो कमी है उसको कैसे दुरुस्त करना है? इन सभी बिंदुओं पर चर्चा की गई.
बिहार में एक भी बीएफ.7 के केस नहीं
इसके अलावा बताया गया कि सदर अस्पतालों में पीएसए प्लांट, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर की स्थिति पर बातचीत हुई. समीक्षा की गई है. हमें जीनोम सिक्वेंसिंग पर जोर देना है. कोविड के पॉजिटिव केस मिलने पर उसका नमूना लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराना है. यह कार्य हो रहा है. इसके अलावा कहा है कि कोविड जांच का दायरा और बढ़ाया जा रहा है. फिलहाल बीएफ.7 का कोई भी मरीज बिहार में नहीं है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूत कर रहे हैं. अस्पतालों में नए बिल्डिंग बन रहे हैं. डॉक्टरों, मेडिकल स्टाफों की संख्या बढ़ाई जा रही हैं. मानव संसाधन बढ़ाया जा रहा है. कोविड की लहर को रोकने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. सबसे ज्यादा जीनोम सिक्वेंसिंग पर जोर दिया जा रहा है ताकि कोरोना के वेरिएंट का खास कर पता चल सके.