पटना: कोरोना वैक्सिन को लेकर लोगों में उत्सुकता बरकरार है हालांकि अभी तक अनिश्चितता है कि कब तक बनकर आएगी वैक्सिन. लेकिन बिहार में राजधानी पटना समेत तमाम जिलों में इसको लेकर स्वास्थ्य महकमा तेजी से अपनी तैयारी में लग चुका है, और इसी कड़ी में पटना सिविल सर्जन के कार्यालय में जिले के सभी अस्पतालों में कार्यरत डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की सूची तैयार की जा रही है. जानकारों की माने तो एक सप्ताह के अंदर यह सूची तैयार कर ली जाएगी. सिविल सर्जन कार्यालय की ओर से सभी प्रखंडों में स्थित पीएचसी समेत सभी दूसरे सरकारी अस्पतालों को इसके लिए जरूरी दिशा निर्देश दे दिए गए हैं और उनकी जानकारी मांगी गई है. वहीं निजी अस्पतालों में भी सभी स्वास्थ्य कर्मियों की जानकारी मांगी गई जा रही है और इससे संबंधित निर्धारित फॉर्म भी स्वास्थ कर्मियों को भर कर देना है. सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में कार्यरत ट्रॉलीमैन, सफाई कर्मचारी आदि की भी सूची तैयार की जा रही है. पटना सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार कोरोना वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों को ये वैक्सीन दी जाएगी. इन्हें पहले देने का कारण यह बताया जा रहा है कि इनमें कोरोना संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है.
राज्य के हर जिले में चल रही है तैयारी
कोरोना के वैक्सीन के बारे में विशेषज्ञों की माने तो अगले साल के शुरुआती महीने में ये वैक्सीन आ सकती है ऐसे में बिहार सरकार ने इसके वितरण को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. स्वास्थ्य विभाग के मंत्री मंगल पांडे ने तो यह ऐलान भी कर दिया है कि स्वास्थ्य विभाग कोरोना वैक्सिन के समुचित वितरण और गोल्ड चेन के प्रबंधन को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी है.
कोरोना वैक्सीन को लेकर स्वास्थ मंत्री मंगल पांडे ने कही ये बातें
"कोरोना वैक्सिन को लेकर स्वास्थ मंत्री मंगल पांडे ने कहा कोरोना वैक्सिन को लेकर हमारी तैयारियां शुरू हो गई है सभी सरकारी और निजी अस्पतालों से उनके यहां कार्यरत डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों की जानकारी मांगी जा रही है इसके आधार पर हम सूची बना रहे हैं और यह काम लगभग एक सप्ताह में पूरा हो जाएगा".