(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
बिहार कोरोना वैक्सीन: कोल्डचेन मेंटेन करने के लिए जानवरों के टीकाकरण का पूरा सेटअप होगा इस्तेमाल
कोरोना वैक्सीन का कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए राज्य सरकार पशुपालन विभाग के टीकाकरण का पूरा सेटअप इस्तेमाल करेगी. पशुओं के टीकाकरण की पूरी व्यवस्था काफी हाईटेक है, जो इंसानों की जीवन रक्षक कोरोना वैक्सीन को खराब होने से बचाएगी.
पटना : कोरोना वैक्सीन के आने से पहले बिहार में स्टोरेज और टीकाकरण की प्रक्रिया को लेकर जोर शोर से तैयारी शुरू हो गई है. वैक्सीन का कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए राज्य सरकार पशुपालन विभाग के टीकाकरण का पूरा सेटअप इस्तेमाल करेगी. पशुओं के टीकाकरण की पूरी व्यवस्था काफी हाईटेक है, जो इंसानों की जीवन रक्षक कोरोना वैक्सीन को खराब होने से बचाएगी.
पशुभालन विभाग के पास 10 लाख वैक्सीन के स्टोरेज की है क्षमता
बिहार के वेटनरी कॉलेज में पशुओं की वैक्सीन रखने की व्यवस्था काफी हाईटेक है. यहां के स्टोर संचालक की माने तो फिलहाल जानवरों को पड़ने वाले लगभग से 4 लाख से अधिक वैक्सीन को स्टोर किया जाता है जबकि पशुओं को लगने वाली वैक्सीन की साइज काफी बड़ी होती है ऐसे में यदि इस स्टोरेज में कोविड-19 के वैक्सीन को रखी जाए तो लगभग 10 लाख से अधिक वैक्सीन रखने की क्षमता यहां होगी.
बताते चलें कि पशुपालन विभाग में पशुओं के वैक्सीनेशन को लेकर पटना के वेटनरी कॉलेज में 77 आइस लाइन फ्रीजर हैं और इसके अलावा दो बड़े चैम्बर कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए बनाए गए हैं . बिहार में वैक्सीन को मेंटेन करने की ऐसी व्यवस्था सिर्फ स्टेट हेल्थ सोसाइटी के पास है.ऐसी स्थिति में कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज के लिए पटना के वेटनरी कॉलेज में कोल्ड कैबिनेट बनाया गया है जहां दो कोल्ड चेन जिनकी औसत क्षमता एक दस बाई दस की और दूसरे की 10 आठ बाई आठ की है. पशुपालन विभाग के अधिकारियों की माने तो प्रदेश के सभी जिलों में ILR हैं, जहां इंसानों की वैक्सीन का कोल्ड चेन मेंटेन किया जा सकता है.
कोविड वैक्सीन में कोल्ड चेन मेंटेन करना होगी बड़ी चुनौती
हांलाकि कोविड वैक्सीन में कोल्ड चेन मेंटेन करना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है और इसको लेकर स्वास्थ विभाग के आला अधिकारियों की हर दिन मिटिंग भी चल रही है. स्वास्थ विभाग के अनुसार राज्य के पास 8 लाख वैक्सीन रखने की क्षमता है और कोविड वैक्सीन डोज 67 लाख लोगों को पड़ना है. जिसमें पटना में 77 आइसलाइन फ्रीजर हैं और अन्य जिलों में मात्र 7, इसमें बड़े फ्रीजर में 20 हजार और छोटे में 10 हजार वैक्सीन रखने की क्षमता होती है. हालांकि राज्य सरकार ने कोविड वैक्सीन को लेकर और आइस लाइन फ्रीजर मंगाया है, साथ हीं पशुपालन विभाग के सेटअप को इस्तेमाल करने की तैयारी स्वास्थ विभाग की ओर से की जा रही है.
आम इंसानों तक वैक्सीन पहुंचने की प्रक्रिया
कोरोना वैक्सीन के स्टोरेज को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पटना के वेटनरी कॉलेज के साथ पशुओं के टीकाकरण का पूरी प्रक्रिया का जायजा लिया है.पशुपालन विभाग के अधिकारियों के अनुसार पशुओं के टीकाकरण की पूरी व्यवस्था इंसानों को लगने वाली कोविड वैक्सीन के लिए बहुत कारगर होगी. कोल्ड चेन मेंटेन करने के लिए पशुपालन विभाग का पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर उपयोग में लिया जाएगा, जो कोविड वैक्सीन के सुरक्षित स्टोरेज के लिए काफी मददगार होगी.
स्वास्थ विभाग करेगी वैक्सीनेशन को लेकर टास्कफोर्स का गठन
राज्य में कोरोना वैक्सीन को लेकर स्वास्थ विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने टास्कफोर्स का गठन करने का निर्देश दिया है जिसके तहत राज्य स्वास्थ्य समिति की और से अब टास्क फोर्स बनाने की तैयारी चल रही है साथ हीं प्रदेश के सभी जिलों के डीएम को ज़िम्मेदारी दी गई है कि ब्लाक स्तर पर इसका गठन करें.