पटना: बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने सोमवार (10 अप्रैल) को हाई लेवल मीटिंग की. इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे. एक अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने राज्य में कोरोना संक्रमण की अपडेट स्थिति और विभाग द्वारा की गई तैयारियों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. पिछले दो-तीन दिनों से बिहार में भी कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं. बिहार में अभी भी प्रतिदिन कोरोना की बड़ी संख्या में टेस्टिंग हो रही है. अभी पूरे देश में कोरोना की जितनी जांच हो रही है उसकी एक तिहाई जांच बिहार में हो रही है. देश में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच छह लाख के करीब है जबकि बिहार में 10 लाख की आबादी पर कोरोना की औसत जांच आठ लाख से ज्यादा हो रही है.



केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप


हाई लेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पूरे राज्य में अधिक से अधिक टेस्टिंग कराएं. जितनी अधिक जांच होगी कोरोना संक्रमण के मामलों का पता चलेगा. अस्पतालों में मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था रखें. इस दौरान सीएम ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप भी लगाए. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. राज्य सरकार अपनी तरफ से कोरोना वैक्सीन खरीदकर लोगों का टीकाकरण जारी रखेगी.


सीएम नीतीश कुमार ने निर्देश देते हुए आगे कहा कि अस्पतालों में सभी प्रकार की दवाएं एवं उपकरण उपलब्ध रखें. ऑक्सीजन की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें. भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर लोग मास्क का प्रयोग करें. सभी को अलर्ट और एक्टिव रहना होगा. राज्य के सभी अस्पतालों में मॉक ड्रिल कराएं और सभी प्रकार की तैयारियां रखें.


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